नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने लोकसभा चुनाव से पहले सोशल मीडिया का दुरुपयोग करने वालों पर शिकंजा कस दिया है। दरअसल सोशल मीडिया में आपत्तिजनक सामग्री डालने वालों पर नजर रखने के लिए संबंधित कंपनियां अब 24 घंटे काम करेंगी। व्हाट्सएप, फेसबुक, यू-ट्यूब और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया माध्यमों पर कोई गैर-कानूनी या शांति व्यवस्था भंग करने वाली पोस्ट मिलती है तो आरोपी चंद घंटे में कानूनी कार्रवाई के घेरे में होंगे। झारखंड में लागू हुआ, 10 फीसदी आरक्षण संबंधी कानून जल्द शुरू होगी कार्यवाही सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार ऐसे पोस्ट करने वालों का यूआरएल तो खत्म होगा ही, साथ ही उन्हें हिरासत में भी लिया जा सकता है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सोशल मीडिया संस्थानों से स्टाफ एवं कार्य अवधि बढ़ाने का आग्रह किया था, जिसे मान लिया गया है। मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया पहले सोशल मीडिया मंच दो-तीन दिन में डॉटा मुहैया कराता था, अब तमाम सूचनाएं एक ही दिन में मिलने लगेंगी। ओड़िशा : नक्सली हमले में मारे गये कैमेरामैन साहू के परिवार से पीएम ने की मुलाकात जानकारी के लिए बता दें कि सोशल मीडिया पर कई तरह की गलत सामग्री का प्रसार किया जा रहा हैं। पहले कुछ ऐसे संगठन, जो विदेशों में प्रतिबंधित हैं, वे भारतीय सोशल मीडिया में सेंध लगा रहे थे, लेकिन अब स्थानीय स्तर पर कई राजनीतिक पार्टियां एक-दूसरे के खिलाफ आपत्तिजनक सामग्री डालने लगी हैं। परिजनों के गुस्से का शिकार हुई, सबरीमाला मंदिर में प्रवेश करने वाली कनक दुर्गा इस टीवी एक्टर ने कहा भारत देश को दोगला! ये है दुनिया का सबसे कम आबादी वाला देश, जहां रहता है सिर्फ एक व्यक्ति