नई दिल्ली. 2जी स्पेक्ट्रम केस में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने पूर्व दूरसंचार मंत्री ए. राजा और द्रमुक नेता कनीमोझी समेत सभी आरोपियों को गुरुवार को बरी कर दिया। कोर्ट ने मामले में आरोपी अन्य तीन कंपनियों को भी बरी कर दिया है। इस घोटाले के आरोप से मनमोहन सिंह की यूपीए 2 की सरकार चली गई थी। जज ने फैसले में कहा, "प्रॉसिक्यूशन कोई भी आरोप साबित करने में नाकाम रहा। लिहाजा सभी को बरी किया जाता है।'' मामले में फैसला आते ही सोशल मीडिया पर लोगों ने अपने व्यूज को शेयर किया। ट्विटर पर #2GScamVerdict ट्रेंड कर रहा है। ट्विटर पर लोगों की तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। एक यूजर ने लिखा है, ' जेसिका को किसी ने नहीं मारा, काले हिरण को किसी ने नहीं मारा, आरुषि को किसी ने नहीं मारा, और अब किसी ने 176 हजार करोड़ नहीं चुराए... इसलिए अतुल्य भारत।' जर्नलिस्ट मिन्हाज मर्चेंट ने मामले में ट्वीट किया- अगर सरकार को प्रॉसीक्यूटर पर कोई संदेह था, तो उनके पास उसे बदलने के लिए तीन साल का समय था। अब इस तरह की बातें करना गलत संदेश ही देगा। एज ऑफ बनान के हैंडल से लिखा गया है, 'विनोद राय का काम घोटाला उजागर करना नहीं था। उनका काम मोदी सरकार को लाना था। यह वो घोटाला है जो कोई समझ नहीं पाया।' एक यूजर ने इस पुरे क्रम को चुटकुले के जामा पहनते हुए लिखा है कि, 'जब जज साहब ने कोर्ट में पूछा होगा, 'कोई एक कारण बताओ कि तुमलोगों को क्यों रिहा किया जाए। ए. राजा और कनीमोझी ने कहा, 'सर दुनिया 4जी पर पहुंच गई और आप अभी तक 2जी पर अटके हैं। जज साहब ने कहा प्वाइंट है, जाओ रिहा...' बता दें 1.76 लाख करोड़ के इस घोटाले के चलते ही यूपीए सरकार को अपनी गद्दी गंवानी पड़ी थी। साथ ही तमिलनाडु में डीएमके दो चुनाव हारी। इस घोटाले में नाम जुड़ने के चलते 8 कंपनियों के 122 लाइसेंस रद्द हुए थे। 7 ने टेलीकाम कारोबार समेट लिया। फिलहाल मार्केट में सिर्फ आइडिया कंपनी अपनी सेवा दे रही है। 2 जनवरी से शुरू होगी पौधों की बिक्री हफ्ते के आखिरी दिन सेंसेक्स में मज़बूती कब्ज दूर करने के लिए बच्ची पर किया काला जादू