बेंगलूरु: समाज कल्याण विभाग में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए कई प्रावधान किए जा चुके है। जहां इस बारें में समाज कल्याण मंत्री कोटा श्रीनिवास पुजारी ने यह बात कही है। विधान परिषद में को प्रश्नकाल के बीच कांग्रेस के बीके हरिप्रसाद को उन्होंने कहा कि समाज कल्याण मंत्रालय के छात्रावासों के लिए आवश्यक अनाज तथा सामग्री की अब बाजार से सीधी खरीदी की जाने वाली है। इसके लिए कोई निविदाएं आमंत्रित नहीं की जाने वाली है। उन्होंने बोला है कि अधिकारियों तथा ठेकेदारों की मिलीभगत की वजह से समाज कल्याण विभाग को करोड़ों रुपए का चूना लगा रहे है। इसे रोकने के लिए अब ऐसी सामग्री की आपूर्ति के लिए कोई निविदाएं अब तक आमंत्रित नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि तुमकूरु जिला अंबेडकर विकास निगम के कई प्रशासनिक अधिकारियों के विरुद्ध भ्रष्टाचार की शिकायतें सामने आई है। इस बात को ध्यान में रखते हुए समाज कल्याण मंत्रालय के ऐसे अधिकारियों की सूची तैयार की जा रही है जो 020-25 साल से एक ही क्षेत्र में कार्य कर रहे है। ऐसे अधिकारियों का शीघ्र ही तबादला किया जाने वाला है। इस दौरान बीके हरिप्रसाद ने बोला है कि इस देश में जब तक लोकतंत्र है, तब तक भ्रष्टाचार जारी रहने वाला है। हमें इस कटू सत्य को मानना ही होगा। ईमानदार तथा सत्यवादी लोगों को राजनीति में कोई जगह नहीं है। हरिश्चंद्र की जगह श्मशान घाट में ही है। हरिप्रसाद की इस व्यंगात्मक टिप्पणी पर सदन में ठहाके लगे। कांग्रेस के आर धर्मसेना के प्रश्न पर मंत्री ने बोला है कि साल 2008 से लेकर अब तक राज्य में 7 हजार 832 डॉ आंबेडकर तथा बाबू जगजीवन राम भवनों का निर्माण किया जा चुका है। हर भवन के निर्माण पर 2 करोड़ रुपए का खर्च किए गएं हैं। वहीं यह भी कहा जा रहा है कि कई जिलों में 2 करोड़ रुपए के अनुदान के लिए आवेदन देने के पश्चात अतिरिक्त खर्चे के लिए आवेदन भी दिए जाने वाले है। ऐसे मामलों की विभागीय जांच के निर्देश दिए जा चुके है। TMC में शामिल होने के बाद बाबुल सुप्रियो को मिल सकता है ये बड़ा तोहफा कांग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले इस्तीफा देंगे CM अमरिंदर ! सुनील जाखड़ हो सकते हैं पंजाब के नए 'कैप्टन' 20 सितंबर से पिथौरागढ़ में होगा भारत-नेपाल संयुक्त युद्धाभ्यास