गंगा हमेशा से ही प्रथमपूज्य देवी के रूप में सम्मान पाती रही हैं. उनके धरती पर आने का कारण चाहे जो भी रहा हो - कोई श्राप या किसी दुखी इंसान की याचना. उनका रूप सदा ही दैवीय रहा है .चार भुजाएँ, तीन आँखें , आभूषणों से सुशोभित, मुकुट शोभा बढ़ाता अर्धचन्द्र, एक हाथ में कमल का फूल और दूसरे हाथ में रत्न-जवाहरातों से भरा कमण्डल. कहा जाता है कि गंगा की धारा स्वर्ग, नर्क और धरती तीनों लोक में जाती है. आइये जानते है गंगा नदी से जुडी कुछ बाते - 1-यह नदी दक्षिणी हिमालय के गंगोत्री ग्लेसियर से निकलती है. 2-गंगा के मुहाने पर बना सुन्दरबन डेल्टा दुनिया का सबसे बड़ा डेल्टा है. 3-फरक्का और हरिद्वार दो ऐसी जगह हैं जहाँ गंगा पर सबसे बड़े बाँध बने हैं. 4-ब्रह्मपुत्र के साथ-साथ गंगा नदी तंत्र गंगा डाल्फिन का निवास है. यह दुनिया भर में पाई जाने वाली मीठे पानी की चार मात्र डाल्फिन प्रजातियों में से एक है. ये विलक्षण हैं क्योंकि इनकी आँखों में लैंस नहीं होते और ये अंधी होती हैं. 5-गंगा अत्यंत प्रदूषित नदी है और मानवीय हस्तक्षेप के चलते यह प्रदूषण इसके उद्गम से ही शुरू हो जाता है. 6-गंगा में ऑक्सीजन धारण करने की अद्भुत क्षमता है और इसके जरिए बैक्टीरिया को मारकर यह खुद को साफ करती रहती है. 7-गंगा के प्रवाह में ऐसे भी कई स्थान हैं जहाँ पानी इतना साफ नहीं है कि वहाँ स्नान किया जाए. इसके बाद भी इसे पवित्र नदी माना जाता है और लाखों लोग रोज इसमें स्नान करते हैं. 8-गंगा न सिर्फ एक पवित्र नदी है जिसमें लोग स्नान करते हैं बल्कि इसके कई स्थानों पर नौकायन भी किया जाता है. आज है मासिक शिवरात्रि, जानिए क्या है इसका महत्व ये लोग नहीं समझ सकते आपका दुख, बनाएं इनसे दुरी वर्ष के अंतिम सूर्य ग्रहण पर बन रहा है ये विशेष संयोग