मुंबई: कांग्रेस पार्टी को लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे बाबा सिद्दीकी ने पार्टी से इस्तीफा देकर अजीत पवार के NCP का दामन थाम लिया है। शनिवार को बाबा सिद्दीकी ने एक सनारोह में आधिकारिक रूप से NCP की सदस्यता ली। इस समारोह में अजित पवार एवं प्रफुल्ल पटेल भी सम्मिल्लित थे। पार्टी में सम्मिल्लित होने के बाद सबको धन्यवाद देते हुए बाबा सिद्दीकी ने बताया कि प्रफुल्ल पटेल को मेरा दर्द किसी ने बताया होगा। जब प्रफुल्ल पटेल मुझे मिले तब हमारी बात आगे बढ़ी। बाबा सिद्दीकी ने कहा कि मैंने प्रिया दत्त को फोन कर बताया कि मेरा रास्ता अलग होने वाला है। उन्होंने कहा, मैं चुनाव नहीं लड़ने वाली हूं। मैंने कांग्रेस के दिल्ली के नेताओं को बताया कि मै कांग्रेस से विदाई लेने वाला हूं। सिद्दीकी ने प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मैंने प्रफुल्ल पटेल की सहायता से अजित पवार से मुलाकात की। तब यह तय हुआ कि मैं अब 10 दिनांक को पार्टी में सम्मिल्लित हो जाऊंगा। जब मन दुखता है, तब आदमी को पता चलता है कि हमें केवल कड़ी पत्ता समझा जाता हैं। खाने में केवल जायका समझा जाता है। कांग्रेस में मेरी यही हालत थी। मैं जिस पार्टी में था उस पार्टी के साथ मैं ईमानदारी के साथ रहा। अब मैं NCP में आया हूं, यहां भी ईमानदारी के साथ रहूंगा। हम मुसलमान लोग हैं, जो बहुत भावुक लोग हैं। हम सब लोगों के काम करना चाहते हैं। बाबा सिद्दीकी ने कहा कि मेरे साथ बहुत से लोग हैं जो मेरे साथ जुड़ना चाहते हैं। देश के अन्य प्रदेशों से मुझे फोन आ रहे हैं। जिनमें बिहार से भी हैं। जहां मैं कुछ बच्चियों की शिक्षा के लिए सहायता करता हूं। सब जुड़ना चाहते हैं। हम फेविकोल की भांति लोगों से चिपकना है। हम तो दुश्मनों को भी पाकीजा समझते हैं। मैं जहां हूं वहां गद्दारी कभी नही करूंगा। मैं अजित पवार के हाथ की घड़ी को और मजबूत करूंगा यह मेरा वादा है। सभा में उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं को भी मैं धन्यवाद देता हूं, क्योंकि हमने कहा था कि आज का दिन हमें सहयोग करने का होगा। बाबा सिद्दीकी पर अजित पवार ने कहा कि बाबा सिद्दीकी को लेकर प्रफुल पटेल एवं सुनील तटकरे से मेरी चर्चा हुई। सत्ता एवं विपक्ष में रहते हुए क्या काम किया सभी ने देखा। MVA के साथ रहकर सेक्युलर विचारधारा छोड़ा नहीं। महाराष्ट्र एवं पार्टी को आगे बढ़ाने को लेकर बीते दिनों में मुझे कदम उठाने पड़े। अजित पवार ने कहा कि आज विपक्ष राज्यपाल के पास गया तथा सरकार बर्खास्त करने की मांग की। 210 विधायकों का समर्थन है कैसे सरकार बर्खास्त कर देंगे। पुणे एवं मुंबई के दहिसर में जो घटना घटी वो गैंगवार था एवं कानून-व्यवस्था का सवाल है। उसे सरकार गंभीरता से देख रही है। किन्तु उसका भय विपक्ष महाराष्ट्र में दिखा रहा है, यह गलत है। बांद्रा पूर्व के लाखों वोटर्स ने बाबा सिद्दीकी का समर्थन किया। पूर्व मंत्री सुनील दत्त के साथ काम किया। उनकी बेटी प्रिय दत्त के साथ बाबा ने काम किया। मुंबई सहित महाराष्ट्र में विकास के काम तेजी से चल रहा है। विपक्ष केवल विरोध करने के लिए कर रहा है। 'भारत UNSC में परमानेंट सीट हासिल करेगा, लेकिन..', आखिर जयशंकर को किस बात का है डर ? भारत के वो 5 मंदिर, जो सिर्फ एक रात में बनकर हो गए थे तैयार 'लोकसभा चुनाव से पहले CAA लागू कर देंगे..', अमित शाह ने कर दिया बड़ा ऐलान