आगामी वर्ष 2019 में लोकसभा चुना होने हैं, और इसके लिए अभी से ही हर राजनीतिक पार्टी अपनी तैयारी में लग गई है. देश की दो मुख्य राजनीतिक पार्टी भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस को लेकर शिवसेना ने एक बड़ा बयान दिया है, शिव सेना ने अपने बयान में कहा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी की सदस्य संख्या में काफी बदलाव देखने को मिलेगा. हाल ही में आये गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव को ध्यान में रखते हुए शिवसेना न कहा कि यह नतीजे विपक्ष के लिए कतई भी शुभ संकेत नही है. शिवसेना ने यह भी माना कि विपक्षी पार्टी के पास एक मजबूत नेतृत्व भी नहीं है, जिससे कि पार्टी 2019 लोकसभा चुनाव में मजबूती के साथ खड़ी हो सकें. आपको बता दे कि यह बातें शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में एक संपादकीय में कही गई हैं. शिवसेना ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए मोदी से पार पाना कतई भी आसान नहीं होगा और राहुल गाँधी को 2019 लोकसभा चुनाव में मोदी की छवि से लड़ना पड़ेगा. सम्पादकीय पत्र में लिखा है कि विपक्ष उपचुनाव के नतीजों से काफी उत्साहित होगा, खास बात यह है कि लोग अब अपनी 'कल्पना की दुनिया' से बाहर आ रहे हैं. शिवसेना ने भाजपा को धोख़ेबाज पार्टी बताते हुए कहा कि अब लोगो को यकीन हो गया है कि उनके साथ धोख़ा हुआ है. साथ ही शिवसेना ने यह भी कहा कि इन सबके चलते विपक्ष का नेतृत्व भी विहीन है. विपक्ष लड़ने में सक्षम नहीं है. सदस्य संख्या के बारे में शिवसेना ने कहा कि अभी कांग्रेस के पास 50 सीटें भी नहीं हैं. जबकि, 2019 में अन्य विपक्षी दलों को मिला लिया जाये तब भी आंकड़ा 150 के पार नही होगा. इन सबके चलते शिवसेना ने कहा कि फिर भी 2019 में काफी बदलाव होगा. मजीठिया के सामने केजरीवाल ने टेके घुटने, जानिए क्या है मामला NDA से नाराज TDP अविश्वास प्रस्ताव का करेगी समर्थन बीजेपी के सामने तीन लोक सभा उप चुनावों की अग्नि परीक्षा