अहमदाबाद: मानसून के प्रारंभिक दिनों में ही मूसलाधार बारिश ने पूरे देश में कोहराम मचा दिया है। बेहिसाब बारिश ने आम जनजीवन की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है। कहीं दरकती चट्टानों ने रास्तों को बंद कर दिया है, तो कहीं सड़कें तालाब बनी हुईं हैं और शहर में सैलाब आ गया है। आसमानी आफत ने ऐसा कहर बरपाया है कि कहीं इलाके डूब गए हैं तो कहीं सड़कें तालाब बन गई हैं। रिपोर्ट के अनुसार, आसमानी आफत से फ़िलहाल राहत भी मिलने की संभावना नहीं है। मौसम विभाग (IMD) की मानें तो अगले 24 घंटे में देश के कई राज्यों में भारी बारिश की संभावना है। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान , उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश वो सूबे हैं, जहां लोगों को आने वाले दिनों में भी भारी बारिश होने के आसार हैं। IMD ने इन राज्यों में सामान्य से अधिक वर्षा का अनुमान जताया है और पहाड़ी राज्यों में कई जगहों पर बादल फटने की घटनाएं भी हो सकती हैं। बता दें कि, बीते दिनों मंडी और शिमला में बादल फटने से जमकर तबाही मची थी। मूसलाधार बारिश के कारण कई नदियां उफान पर हैं। पानी के सैलाब ने कहर ढा रखा है और ये हाल तब है जब इस साल सामान्य से 16 मिमी. बारिश कम हुई है। उधर, गुजरात के जूनागढ़ में पानी का सैलाब ऐसा है कि यदि आदमी इसकी चपेट में आ जाए, तो कुछ ही सेकंडों में कई किलोमीटर तक बह जाए। भारी बारिश के बाद बांध के ओवरफ्लो होने की वजह से जूनागढ़ में जलभराव हो गया है, जिसके चलते लोगों को काफी परेशानी हो रही है। मानसूनी मुसीबत कहीं नुकसान, तो कहीं मौत बनकर बरस रही है। गुजरात के हलोल के चंद्रपुरा गांव में बारिश के कारण एक कंपाउंड वॉल गिर गई, जिस कारण 4 बच्चों की मौत हो गई तो 4 घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 1984 सिख दंगा: कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर के खिलाफ सुनवाई टली, जानिए क्या बोली कोर्ट ? कन्हैयालाल को गहलोत सरकार ने सुरक्षा क्यों नहीं दी ? मेवाड़ से राजस्थान सरकार पर जमकर बरसे अमित शाह 'सरकार का फैसला नहीं मानेंगे मुसलमान, हम केवल उलेमाओं-मुफ्तियों की बात मानेंगे..', UCC पर सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क