देहरादून: देश में अभी समय सावन का महीना चल रहा है. और सावन की महाशिवरात्रि सकुशल संपन्न कराने के पश्चात अब हरिद्वार पुलिस और प्रशासन का पूरा ध्यान सोमवती अमावस्या पर है. आज गंगा स्नान के लिए हरिद्वार आने वाले बाहरी श्रद्धालुओं को रोकना उनके लिए अतिआवश्यक है. पहले से ही सील उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड बॉर्डर पर पुलिस ने कठोरता बढ़ा दी है. यही नहीं, सोमवती अमावस्या तक अस्थि विसर्जन के लिए आने वालों पर भी प्रतिबन्ध लगा दिया गया है. रविवार को बॉर्डर से एक हजार से अधिक वाहनों को पुलिस ने वापस लौटा दिया. डीएम और एसएसपी स्वयं इस व्यवस्था पर अपनी नजर रख रहे हैं. COVID-19 कि वजह से जारी लॉकडाउन में हरिद्वार में गंगा स्नान पर पहले से ही रोक थी. परन्तु बाद में जब अनलॉक की प्रक्रिया प्रारम्भ हुई तो पहले अस्थि विसर्जन के लिए आने की मंजूरी दी गई थी. हालांकि, अब तक किसी बड़े स्नान के लिए बाहरी लोगों को नहीं आने दिया गया. ऐसे में बैशाखी, गुरु पूर्णिमा आदि स्नान पर्वों पर बाहरी श्रद्धालु हरिद्वार नहीं आ सके. वही सावन में पूरी कांवड़ यात्रा पर भी रोक रही. महाशिवरात्रि पर शिवालयों में जलाभिषेक पर भी प्रतिनध लगा दिया गया. वहीं, सोमवार को सोमवती अमावस्या के स्नान पर भी प्रतिबन्ध है. इसके लिए प्रशासन ने नारसन, भगवानपुर, खानपुर और लक्सर के बॉर्डर सहित उन सभी मार्गो को सील कर दिया है, जो उत्तराखंड को यूपी से जोड़ते हैं. वही रविवार को लॉकडाउन के दौरान भगवानपुर के मंडावर और काली नदी पुलिस चेक पोस्ट पर पुलिस ने सघन चेकिंग की. ऐसे में बॉर्डर पर वाहनों की लंबी कतारे लग गईं. पुलिस ने उन वाहनों को वापस लौटा दिया, जो मेडिकल या अन्य आवश्यक कारणों के बजाय हरिद्वार आना चाहते थे. नारसन और खानपुर बॉर्डर पर भी सघन चेकिंग के पश्चात् ही वाहनों को प्रवेश दिया गया. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, तीनों बॉर्डर पर रविवार को एक हजार से अधिक वाहनों को लौटाया गया. दोपहर में कुछ वक़्त के लिए अघोषित रूप से अस्थि विसर्जन के लिए लोगों को कुछ छूट दी गई, परन्तु बाद में फिर पूरी तरह से प्रतिबंधित दिया गया. वही अब सोमवती अमावस्या पर पुलिस का फोकस है. राजस्थान: गहलोत सरकार को गिराने की कोशिश, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत को SOG का नोटिस क्या होगा सचिन पायलट का भविष्य ? राजस्थान हाई कोर्ट में चल रही अहम सुनवाई नाग पंचमी 2020 : इस मुहूर्त में करें नाग देवता का पूजन