मां की बातें सुन कोमा से बाहर आया बेटा

बीजिंग: आज हम एक ऐसे लड़के की कहानी बताने जा रहे है जो की पिछले छह माह से कोमा में था। वहां के डाक्टरों ने इस युवक के ठीक होने की सारी उम्मीद छोड़ दी थी परन्तु भगवान को कुछ और ही मंजूर था. इस युवक की मां की ममता ने कभी भी हार नहीं मानी। कोमा में रहे इस युवक की मां रोजाना उसके पास बैठकर उससे बातें किया करती थी व उससे बिस्तर पर से उठने के लिए कहती थी.

लेकिन आखिरकार एक दिन इस मां की ममता की जीत हुई व उनका यह बेटा एकदम अचानक से कोमा से उठ खडा हुआ। यह पूरा घटनाक्रम चीन के हुबई प्रांत का है। यह युवक कॉलेज के सेकंड ईयर का विद्यार्थी है तथा जिसका नाम यू पिंजिया है. यू पिंजिया के दिमाग में रक्तस्त्राव हुआ और वह इस साल मार्च में कोमा में चला गया था।

तीन अस्पतालों के डॉक्टरों ने एक्यूपंक्चर और ऑक्सीजन चैंबर से उसका इलाज किया, परन्तु लाख कोशिशो के बाद भी यू पिंजिया कोमा से बाहर नहीं आ सका। इस दौरान यू पिंजिया के तकरीबन पांच ऑपरेशन भी हुए जिसका भी कोई निष्कर्ष नही निकला. डाक्टर भी यू पिंजिया के कोमा से बाहर आने की उम्मीद छोड चुके थे।

इस दौरान यू पिंजिया की मां हुओ लिंग को अपनी ममता पर पूरा भरोसा था की एक दिन उसका बेटा उठकर खड़ा होगा. जब यू पिंजिया कोमा में था तो उसकी मां उससे कहती थी की बेटे तुमने हमसे वादा किया था की तुम खूब पैसा कमाकर लाओगे।

अपने पिता की सहायता करोगे। हम उस दिन का इंतजार कर रहे हैं। इसी दौरान एक दिन यू पिंजिया ने अपनी मां की बातें सुनकर धीरे धीरे से अपनी आंख खोली और तुरंत ही उठ बैठा। मां अपने बेटे को कोमा से बाहर होश में देखकर उसकी ख़ुशी का ठिकाना नही रहा था.   

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