भारतीय स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने बुधवार, 18 दिसंबर 2024 को ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान किया। इस फैसले के साथ अश्विन ने अपने 14 साल के शानदार करियर को अलविदा कह दिया। रविचंद्रन अश्विन का करियर रविचंद्रन अश्विन को भारतीय क्रिकेट में सबसे बेहतरीन ऑफ स्पिनर्स में से एक माना जाता है। उन्होंने 2010 में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की तथा जल्दी ही भारतीय टीम के एक अहम सदस्य बन गए। अश्विन ने अपने करियर में 94 टेस्ट, 113 वनडे और 65 टी20 मैच खेले। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 500 से अधिक विकेट और 3000 से अधिक रन बनाए। भारत में उनकी गेंदबाजी का जलवा ऐसा रहा कि कई मौकों पर उन्होंने अकेले दम पर भारत को जीत दिलाई। अचानक संन्यास से उठे सवाल अश्विन के संन्यास के ऐलान ने उनके प्रशंसकों और क्रिकेट पंडितों को चौंका दिया। उनकी घोषणा के समय भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी चल रही थी। इस सीरीज के दौरान ही उन्होंने अपने करियर को अलविदा कहने का फैसला किया, जिससे कई तरह की अटकलें शुरू हो गईं। अश्विन के पिता रविचंद्रन ने भी उनके अचानक संन्यास पर सवाल उठाए। उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा, "मुझे भी आखिरी समय में उनके संन्यास की खबर मिली। यह उनका निजी फैसला है, मगर जिस तरह से यह हुआ, उससे मुझे लगता है कि उनके साथ अन्याय हुआ है।" उन्होंने संकेत दिया कि अश्विन को विदेशी टेस्ट मैचों में नियमित मौके नहीं दिए जा रहे थे, जो उनके लिए निराशाजनक था। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अश्विन का यह निर्णय पूरी तरह से उनका अपना है, तथा वह अपने बेटे के फैसले का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा, "मेरी इच्छा थी कि वह भारत के लिए खेलते रहें, लेकिन उन्होंने जो भी निर्णय लिया है, मैं उसे स्वीकार करता हूं।" 'हनीमून के लिए कश्मीर नहीं मक्का-मदीना जाओ..', नहीं माना दामाद, तो ससुर ने डाला तेज़ाब VIDEO! सरेआम महिला से जमकर हुई विराट कोहली की बहस, जानिए क्यों मचा बवाल? 'तुम लोग मरवा दोगे मुझे...', आखिर क्यों ऐसा बोले रोहित शर्मा?