देश की बड़ी ट्रैक्टर निर्माता कंपनी सोनालिका इंटरनेशनल ट्रैक्टर ने अपना आगामी 5 सालों का लक्ष्य साँझा करते हुए कहा है कि कंपनी इस अवधि में सेल्स को दोगुना करने के लक्ष के साथ बढ़ेगी और इस हेतु योजना पर काम जारी है. 2018 में एक लाख यूनिट्स ट्रैक्टर बेचने वाली सोनालिका 12 प्रतिशत मार्केट शेयर के साथ भारत की तीसरी सबसे बड़ी ट्रैक्टर निर्माता है. इससे आगे महिंद्रा एंड महिंद्रा और टेफे का कब्ज़ा भारतीय बाजारों पर है. सोनालिका ट्रैक्टर के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर रमन मित्तल ने बताया कि हम नोएडा में नया R&D सेंटर बना रहे हैं. हमने नए लोग भर्ती किए हैं. अभी हम और लोग भर्ती करेंगे और नया सेंटर नए प्रोजेक्ट्स के लिए काम करेगा. सोनालिक ट्रैक्टर्स ने अभी तक पहले क्वार्टर में कंपनी ने 30 हजार मतलब पिछले साल में इस अवधि तक बेचे गए ट्रैक्टर से 20 प्रतिशत ज्यादा ट्रैक्टर बेचे है. बीते माह जून में कंपनी ने 12,286 ट्रैक्टर बेचे है. रमन मित्तल ने कहा साल 2023 तक दो लाख ट्रैक्टर बेचने के टारगेट को पूरा करने के लिए कंपनी नए एरिया पर फोकस कर रही है. कंपनी की योजना आलू जैसी फसलों के लिए स्पेशलाइज्ड ट्रैक्टर हार्वेस्टिंग और वाटर पंपिंग के लिए ज्यादा हॉर्स पावर वाले ट्रैक्टर उतारने की है. अपनी नई योजनाओं के अनुसार तय टारगेट को पाने के लिए सोनालिका ने 450 करोड़ रुपये के निवेश के प्लान तैयार किये है वो भी पहले दो साल की अवधि में. इस प्रोजेक्ट में 250 करोड़ रुपये शीट मेटल पार्ट, प्लास्टिक पार्ट्स और हाउसिंग के लिए टूल्स और डाई निर्माण और 200 करोड़ रुपये नए R&D सेंटर और एमिशन टेस्टिंग लैब सेट अप के लिए प्रस्तावित किये गए है. ये R&D सेंटर और एमिशन टेस्टिंग लैब सेट अप एनसीआर क्षेत्र में विकसित किये जानें का कहा जा रहा है. इन स्कूटर्स पर मिल रहा है सबसे ज्यादा डिस्काउंट मोस्ट अवेटेड एंड स्टाइलिश टाटा मोटर्स की H5X की झलक साधारण सी दिखने वाले इन मोपेड की कीमत उड़ा देगी आपके होश