अमृतसर: कांग्रेस हाईकमान से मिले बिना बुधवार की रात दिल्ली से चंडीगढ़ बैरंग लौटे पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह की भी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। सीएम अमरिंदर से मिलने से इंकार करने वाली कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सार्वजनिक रुप से कैप्टन को कड़े निर्देश दिए हैं कि सरकार के बाकी बचे 8 माह में वह चुनावी वादे पूरे करें। ऐसे में सीएम अमरिंदर के सामने इतने कम समय में चुनावी वादे पूरे करना एक कड़ी चुनौती है। दरअसल, सीएम अमरिंदर को उम्मीद थी कि बुधवार को सोनिया या राहुल गांधी उन्हें मुलाकात के लिए वक़्त दे देंगे, लेकिन सोनिया गांधी ने कैप्टन को समय नहीं दिया, जबकि राहुल गांधी पंजाब के कई बड़े कांग्रेसी नेताओं से मिले पर कैप्टन को समय नहीं दिया। कांग्रेस विधायकों व सांसदों से मिले फीडबैक के आधार पर कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व कैप्टन से इसलिए नाराज है कि साढ़े चार वर्षों के कार्यकाल में कैप्टन सरकार अपने चुनावी वादे पूरे करने में नाकाम रही है। विशेषकर धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी के मामले में आरोपियों को सजा दिलाने और ड्रग्स के खात्मे में कैप्टन सरकार की विफलता विपक्ष से अधिक पंजाब के कांग्रेसियों काे खल रही है। कांग्रेस हाईकमान द्वारा गठित मल्लिकार्जुन खड़गे की अगुवाई वाली तीन सदस्यीय वरिष्ठ नेताओं की समिति के समक्ष बीते तीन दिन से चली बैठकों के दूसरे दौर में भी विधायकों व सांसदों ने यही मुद्दा उठाया कि चुनावी वादे न पूरे करने की सूरत में वे 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए पंजाब की जनता के सामने किस मुंह से वोट मांगने जाएंगे। 'गुपकार गैंग' पर बरसे भाजपा सांसद नामग्याल, कहा- इन्हे लद्दाख के बारे में बोलने का अधिकार नहीं जर्मन कैबिनेट ने 9.6 बिलियन अमरीकी डालर के जलवायु संरक्षण कार्यक्रम को अपनाया यूरोपीय संघ आयोग ने बेल्जियम की 7 बिलियन अमरीकी डालर की वसूली की योजना का किया समर्थन