पूरी दुनिया में कोरोना का प्रकोप जारी है. ऐसे में कई ऐसे मामले देखने को मिल रहे है जो दिल को पसीज दने वाले है. हाल ही में ऐसा ही एक मामला देखने को मिला है. कोरोना वायरस के खौफ में एक बेटे ने अपनी 80 वर्षीय मां को घर में नहीं दाखिल होने दिया। मामला तेलंगाना के करीमनगर का है। मिली जानकारी के मुताबिक, 80 वर्षीय महिला महाराष्ट्र के शोलापुर में अपने रिश्तेदार के यहां गई थीं और लॉकडाउन के वजह से वहीं फंस गईं। हालांकि, जब लॉकडाउन में ढील मिली तो वह वापस तेलंगाना लौट आईं। लेकिन कथिततौर पर उनके बेटे और बहू ने ‘कोविड 19’ के डर से उन्हें घर में घुसने नहीं दिया। बता दें, महाराष्ट्र कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां अब तक कोरोना के 50,546 मामले सामने आ चुके हैं। इस बारें में करीमनगर म्युनिसिपल कारपोरेशन के संभागीय सदस्य इडला अशोक ने बताया, ‘लॉकडाउन में ढील के बाद महाराष्ट्र के शोलापुर में अपने एक रिश्तेदार के घर में रह रही बुजुर्ग महिला शुक्रवार को वापस आई थीं, लेकिन उनके बड़े बेटे और बहू ने उन्हें घर में प्रवेश नहीं करने दिया।’ उन्होंने आगे बताया कि बुजुर्ग महिला ने उन्हें समझाने की कोशिश भी की कि वह कोरोना वायरस संक्रमित नहीं है और पूरी तरह स्वस्थ हैं। लेकिन बेटे उनकी एक नहीं मानी। अशोक ने कहा कि महिला के छोटे बेटे ने तो अपने घर में ताला लगाया और कहीं चला गया। बता दें की जब पड़ोसियों ने मामले में हस्तेक्षप किया तो बड़े बेटे ने मां को घर में दाखिल होने दिया। अधिकारी ने कहा कि महिला का कोरोना टेस्ट किया जाएगा। अगर उनमें कोरोना के लक्षण मिलते हैं तो उन्हें क्वारंटाइन वार्ड में रखा जाएगा। वैसे बात सोचने की है कि कोरोना वायरस का डर किस तरह से हमारे रिश्तों के लिए घातक होता जा रहा है. गुजरात पुलिस ने 8 कांग्रेस विधायकों को हिरासत में लिया, ये है वजह गुजरात: फ्रंटलाइन वारियर्स पर लगातार हमला कर रहा कोरोना, अब तक 523 संक्रमित प्रोफेसर और ट्यूटर के रिक्त पदों पर निकली वैकेंसी, जानें क्या है आवेदन प्रक्रिया