रायपुर : सुकमा जिले के बुरकापाल में पिछले दिनों सीआरपीएफ जवानों पर हुए हमले का मास्टर माइंड मिलिट्री दलम कमांडर हिडमा नहीं था, बल्कि स्थानीय गुरिल्ला लड़ाकों ने इस हमले को अंजाम दिया था. सोनू, अर्जुन और सीतू नाम के नक्सली कमांडरों ने सड़क की सुरक्षा में लगे जवानों पर ग्रामीणों की आड़ लेकर हमला किया था. यह खुलासा स्पेशल डीजी नक्सल ऑपरेशन (छग) डीएम अवस्थी ने किया. उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री को सौंपी गई इस सुनियोजित हमले की रिपोर्ट में कहा गया है कि हमले को अंजाम देने वालों में अर्जुन करीब 30 नक्सलियों के ग्रुप का लीडर है.इसका संबंध जनमिलिशिया से है जबकि सीतू के दल में 15-20 लड़ाके हैं.वह मिलिट्री यूनिट की पहली कंपनी का कमांडर बताया जाता है यही नहीं जनमिलिशिया के तीर धनुषधारी ग्रामीण भी इस हमले में शामिल थे. नक्सली सोनू के बारे में अधिकृत जानकारी नहीं मिल पाने से उसका विवरण नहीं दिया गया. बता दें कि बुरकापाल में सोमवार को सीआरपीएफ जवानों पर हुए नक्सली हमले के विरोध में बुधवार को संभागीय मुख्यालय व सुकमा पूरी तरह बंद रहा. अग्नि समेत विभिन्न संगठनों ने बंद का आह्वान किया था.व्यापारियों ने खुद ही दुकानें बंद रखीं. नक्सलियों के खात्मे के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं ने खून से हस्ताक्षर कर प्रधानमंत्री को भेजे पत्र में देशहित में कड़े निर्णय लेने की अपील की है. वहीं देर शाम सभी वर्गो ने कैंडल जलाकर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की. यह भी देखें 3 साल की बेटी ने दी अपने शहीद पिता को मुखाग्नि CM नीतीश कुमार के काफिले के लिए सुकमा शहीदों का वाहन रुकवाया?