सोनू सूद इन दिनों ख़ास चर्चाओं का हिस्सा बने हुए हैं। आप जानते ही होंगे उनके छह ठिकानों पर पिछले हफ्ते आयकर विभाग द्वारा छापेमारी की गई थी। इस छापेमारी के बाद उनके फाउंडेशन में आए फंड्स पर सवाल खड़े हुए। केवल यही नहीं बल्कि सोनू सूद पर कर चोरी के भी आरोप लगे हैं, जिनका अभिनेता ने खंडन किया। अब इन सभी के बीच एक वेबसाइट को दिए अपने इंटरव्यू में सोनू सूद ने आयकर विभाग की कार्यवाही और हैदराबाद में अस्पताल खोलने की योजना पर बात की। उन्होंने बताया कि ''किसी भी फाउंडेशन के पास उन्हें मिले फंड का इस्तेमाल करने के लिए एक साल की समय सीमा होती है। अगर फंड्स का इस्तेमाल उस एक साल में नहीं हो पाता, तो आप उसका इस्तेमाल अगले साल कर सकते हैं। यह नियम हैं। मैंने इस फाउंडेशन को कुछ महीने पहले ही कोविड-19 की दूसरी लहर के करीब सूचीबद्ध किया था। वरना पहली लहर के दौरान, जब मैंने प्रवासियों की मदद करना शुरू किया, तो मेरे पास ऐसे लोग थे जिन्होंने प्रवासियों के लिए बसें बुक करने की पेशकश की थी। हम तब पैसा नहीं जमा कर रहे थे।' आगे उन्होंने कहा, 'मैंने पिछले चार-पांच महीनों में ही फंड इकट्ठा करना शुरू किया। नियमों के अनुसार, मेरे पास इन फंड्स का उपयोग करने के लिए सात महीने से अधिक का समय अभी बाकी है। मैं लोगों की और अपनी मेहनत की कमाई को बर्बाद नहीं कर रहा। मैं जो ब्रांड एंडोर्समेंट से कमाता हूं उसका 25 प्रतिशत और कभी-कभी 100 प्रतिशत सीधे मेरे फाउंडेशन को जाता है। अगर ब्रांड पैसे दान करता है, तो मैं उनका मुफ्त में विज्ञापन करता हूं। फाउंडेशन में फंड भी मेरे व्यक्तिगत फंड हैं, जो मैंने दान किए हैं।' आगे उन्होंने यह भी बताया कि वह हैदराबाद में एक अस्पताल खोलने जा रहे हैं। उन्होंने कहा, 'जितने लोग हमारे पास मदद के लिए, उनमें से कई इलाज हैदाराबाद में हुए। हैदराबाद के कुछ अस्पतालों का इंफ्रास्ट्रक्चर अलग स्तर पर है, आने वाले 50 सालों में योजना यह है कि अगर सोनू सूद रहे या न रहे, लेकिन इस चैरिटेबल अस्पताल के जरिए लोगों का मुफ्त इलाज होना चाहिए।' सुधरने से तालिबान का इंकार, कहा- फिर शुरू होगा फांसी और हाथ-पाँव काटने की सजा का दौर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दीनदयाल उपाध्याय को अर्पित की पुष्पांजलि जल्द ही 75 रु लीटर हो सकता है पेट्रोल, निर्मला सीतारमण ने दिया बड़ा बयान