ढाका: बांग्लादेश में हुए विरोध प्रदर्शनों के बाद सोमवार को तख्तापलट हो गया, जिसके बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया और देश छोड़ दिया। वह वर्तमान में भारत में हैं और कुछ दिन यहां शरण ले सकती हैं, इसके बाद उनके लंदन जाने की संभावना है। रिपोर्टों के अनुसार, शेख हसीना बांग्लादेश छोड़कर नहीं जाना चाहती थीं, लेकिन परिवार के दबाव के चलते उन्हें ऐसा करना पड़ा। अमेरिका में मौजूद उनके बेटे और पूर्व मुख्य सलाहकार सजीब वाजेद जॉय ने इस बात का खुलासा किया है। सजीब वाजेद जॉय ने कहा, "वह देश छोड़ना नहीं चाहती थीं, लेकिन हमने उनके सुरक्षा कारणों से जोर देकर मनाया। सबसे पहले, हम उनकी शारीरिक सुरक्षा को लेकर चिंतित थे। इसलिए हमने उन्हें देश छोड़ने की सलाह दी। मैंने आज सुबह उनसे बात की। बांग्लादेश में अराजकता की स्थिति आप देख सकते हैं। वह (शेख हसीना) ठीक हैं लेकिन बहुत निराश हैं। बांग्लादेश को एक विकसित राष्ट्र बनाना उनका सपना था, और पिछले 15 वर्षों से उन्होंने इसके लिए कड़ी मेहनत की थी। उन्होंने उग्रवादियों और आतंक से देश को सुरक्षित रखा, लेकिन अब विपक्ष, और उग्रवादियों ने सत्ता पर कब्जा कर लिया है।" जनवरी में शेख हसीना ने चुनाव जीतकर लगातार चौथी बार सत्ता में आई थीं, लेकिन सात महीने से भी कम समय में उन्हें देश छोड़ना पड़ा। वह अपनी बहन के साथ एक मिलिट्री हेलीकॉप्टर में भारत पहुंचीं। सजीब वाजेद ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि उनकी मां आगे कहां जाएंगी। उन्होंने कहा, "हमें उम्मीद है कि बांग्लादेश में चुनाव होगा, लेकिन इस समय हमारी पार्टी के नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है। मुझे नहीं लगता कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कैसे होंगे। हमने पहले ही बता दिया है कि हम क्या कर सकते हैं। हमारे परिवार ने बांग्लादेश में विकास किया है। अगर बांग्लादेश के लोगों की यही इच्छा है, तो उन्हें वही नेतृत्व मिलेगा जिसके वे हकदार हैं।" एक रिपोर्ट के मुताबिक, सजीब वाजेद ने कहा कि अब बांग्लादेश पाकिस्तान बन जाएगा, उनका इशारा कट्टरपंथ की ओर था। जब उनसे पूछा गया कि क्या उनकी मां ने देश के लिए अच्छा काम किया, तो उन्होंने कहा, "बिल्कुल, आवामी लीग अभी भी देश की सबसे लोकप्रिय पार्टी बनी हुई है।" जब उनसे पूछा गया कि क्या उनकी मां की वापसी का कोई प्लान है, तो उन्होंने कहा, "बिल्कुल नहीं, वह 77 साल की हैं। यह उनका आखिरी कार्यकाल होने वाला था और इसके बाद वह रिटायर होने वाली थीं।" बांग्लादेश में कट्टरपंथियों का निशाना बने हिन्दू, प्रदर्शन के बीच अब तक 100 की मौत बस और कार में आमने-सामने की भिड़ंत, दोनों वाहनों में भड़क उठी आग, दो लोगों की मौत, कई घायल 'बांग्लादेश से बंगाल आ रहे हैं 1 करोड़ हिन्दू शरणार्थी, तैयार रहें..', हिंसा के बीच शुभेंदु अधिकारी का बड़ा बयान