सोल. दक्षिण कोरिया के जैशियॉन शहर के एक एक फिटनेस सेंटर की इमारत में आग लगने से 29 लोग मारे गए और 26 लोगों के घायल होने की खबर है. अधिकारियों ने बताया कि यह देश की सबसे घातक आग की आपदाओं में से एक है. विशषज्ञों ने इस घटना की तुलना लंदन के ग्रेनफेल टावर हादसे से की है. दक्षिण कोरिया के दक्षिणी शहर जेशेऑन की आठ मंजिला इमरात में यह आग लगी. कोंगजू विश्वविद्यालय के अभियंता प्रोफेसर चुंग सांग-मन ने बताया कि इमारत में सीमेंट और फोम सैंडविच से बनी सामग्री लगाई गई थी. इससे आग के फैलने की संभावना अधिक रहती है. उन्होंने इसकी तुलना लंदन के ग्रेनफेल टावर में जून में लगी आग का हवाला देते हुए कहा, ‘‘आग ने ज्वलनशील सामग्री की वजह से भीषण रूप से लिया.’’ लंदन में इमारत में लगी आग की चपेट में 71 लोगों की मौत हो गई थी. विशेषज्ञों ने बताया कि इमारत में आग लगने की घटना कभी भी हो सकती थी. इसमें आपातकालीन निकास की व्यवस्था अपर्याप्त थी. ज्वलनशील सामग्री और अवैध तरीके से पार्क की हुई कारों के कारण दमकल गाड़ियों को वहां पहुंचने में दिक्कत हुई. वीडियो फुटेज से पता चलता है कि आग तेजी से ऊपर की तरफ फैली. स्थानीय समय के अनुसार लगभग 4 बजे इस आठ मंजिला इमारत में आग लग गई. आग इतनी भयानक थी कि देखते ही देखते पूरी बिल्डिंग आग के चपेट में आ गई. इस बिल्डिंग में एक फिटनेस सेंटर, एक रेस्तरां और सार्वजनिक पूल भी है. आग के जहरीले धुएं की वजह से लोग बाहर नहीं निकल पाए और उनकी मौत हो गयी. फायर विभाग के अधिकारीयों के मुताबिक इमारत में लोगों की तलाश की जा रही है, मृतकों की संख्या बढ़ सकती है. चीन सीमा विवाद सुलझाने की बैठक शुरू हथियारों के साथ पकड़ा गया आरोपी फोटो के चक्कर मे शेरों पर अत्याचार