सियोल: इस वक़्त कोरोना वायरस तक़रीबन पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले चुका है। इसका बड़ा कारण यह है बीमारी के बारे में देरी से पता चलना। इस समस्या का निराकरण दक्षिण कोरिया स्थित अमेरिकी सैन्य बेस ने खोज निकाला है। उन्होंने एक स्मैल (सूंघना) टेस्ट पर प्रयोग करना आरम्भ किया है। जिससे पता चल जाएगा कि व्यक्ति कोरोना से ग्रसित है या नहीं। सैन्य बेस के गेट और नजदीकी इलाकों में US आर्मी के अधिकारी कैरोल और हेनरी यह टेस्ट कर रहे हैं। इसके अलावा दक्षिण कोरिया के बड़े शहरों में भी यह टेस्ट किया जा रहा है। स्क्रिनिंग की इस प्रक्रिया के तहत लोगों को सेब सूंघने को कहा जाता है। अगर लोग इसकी खूशबू ले लेते हैं, तो ठीक वरना इसे कोरोना का प्रारंभिक लक्षण माना जाता है। इसका कारण है कोरोना संक्रमित लोगों का सुगंध और स्वाद खोना। इस टेस्ट में फेल होने के बाद संभावित रोगियों की स्क्रीनिंग की जाती है। जिससे इस बात की पुष्टि हो सके कि उक्त शख्स कोरोना की चपेट में आ गया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर के अलग-अलग मेडिकल संस्थानों ने भी इस बात को स्वीकार किया है कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति की सूंघने और स्वाद का पता लगाने की शक्ति ख़त्म हो जाती है। पाक एयरलाइंस की गलती से कोरोना का शिकार हुए पायलट, सुरक्षा को लेकर भड़का 'पलपा' MCX : सोने-चांदी के वायदा भाव में आया उछाल, जानिए नया भाव CAPA India : इस वजह से टल सकती है 200 विमानों की आपूर्ति