दक्षिणमुखी....काल विनाशी है महाकाल

बारह ज्योर्तिलिंगों में से एक भूत भावन भगवान महाकाल उज्जैन में विराजित होकर भक्तों की मनोकामना पूरी करते है। शास्त्रों में इस बात का उल्लेख है कि भगवान महाकाल न केवल मनोकामना पूरी करते है वहीं यहां दर्शन मात्र से ही समस्त संकट भी दूर होने में देर नहीं लगती है। भगवान महाकाल दक्षिणमुखी है और वे काल विनाशी माने जाते है।

यदि समस्याएं हल नहीं हो रही हो या फिर संकट दूर होने का नाम नहीं ले रहा हो तो फिर बाबा महाकाल की शरण में आ जाए। बाबा महाकाल ने चाहा तो संकट दूर होने में देर नहीं लगेगी। ज्योतिषियों द्वारा भी संकट दूर करने के लिए महाकाल की पूजा-अभिषेक करने की सलाह दी जाती है।

यही कारण है कि महाकाल मंदिर में न केवल सामान्य रूप से दर्शन करने के लिए लोग आते है तो वहीं ज्योतिषीय उपाय के तहत श्रद्धालु पूजन अर्चन, अभिषेक के लिए महाकाल के दरबार में पहुंचते है। 

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