लखनऊ: गोरखपुर से समाजवादी पार्टी (सपा) के उम्मीदवार राम भुआल निषाद ने शनिवार को ये दावा किया है कि निषाद पार्टी अध्यक्ष संजय निषाद सपा-बसपा-रालोद गठबंधन से इसलिए अलग हुए, क्योंकि उन्हें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से कथित रूप से काफी धन दिया गया है. हालांकि, सपा उम्मीदवार के इस दावे को संजय निषाद के पुत्र प्रवीण निषाद ने सिरे से नकार दिया. संजय निषाद पर तीखा प्रहार करते हुए सपा-बसपा-रालोद गठबंधन के उम्मीदवार राम भुआल निषाद ने कहा है कि संजय निषाद ने महज पैसे के लिए पाला बदला जो उन्हें भाजपा द्वारा दिया गया है. वो धोखेबाज है और समाज की इज्जत के लिए कभी नही लड़ सकते. गोरखपुर से मौजूदा सांसद प्रवीण निषाद ने कहा कि सपा ने मुझे अंधेरे में रखा, उन्होंने मुझसे कहा कि चुनाव की तैयारी करो और उसी वक़्त राम भुआल निषाद को पार्टी का उम्मीदवार बना दिया. उन्होंने कहा है कि जहां तक भाजपा से धन लेने का आरोप राम भुआल निषाद लगा रहे हैं, वो पूरी तरह से निराधार है. राम भुआल निषाद ने दावा किया है कि उनकी मांग, कि निषाद समुदाय को अनुसूचित जाति की श्रेणी में स्थान मिले, को राज्य सरकार ने मान लिया है. सपा ने गोरखपुर तथा कानपुर लोकसभा सीटों के लिए शनिवार को अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है. वहीं, मुरादाबाद से अपना उम्मीदवार बदल दिया. सपा द्वारा शनिवार को जारी सूची के अनुसार पार्टी ने गोरखपुर सीट से राम भुआल निषाद को उम्मीदवार बनाया है. खबरें और भी:- लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए आज से मैदान संभालेंगे सीएम योगी ब्रिटिश कोर्ट ने पुछा, क्या माल्या और नीरव मोदी को एक ही जेल में रखोगे ? पहले कांग्रेस ने बनाया चायवालों का मज़ाक, अब कर रही चौकीदारों का अपमान - मनोहर लाल खट्टर