लखनऊ: अयोध्या से समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद अवधेश प्रसाद के ख़ास मोईद खान द्वारा एक 12 वर्षीय बच्ची का सामूहिक बलात्कार किए जाने के मामले में योगी सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। पूराकलंदर थानाध्यक्ष रतनलाल शर्मा और भदरसा चौकी इंचार्ज अखिलेश गुप्ता पर निलंबन की करवाई हुई है, दरअसल इन दोनों ने दुष्कर्म का केस दर्ज करने में टालमटोल की थी। बताया जाता है कि पहले ये थाना भी आरोपी मोईद खान की संपत्ति पर ही चलता था, ये मामला सामने आने के बाद रातों रात थाना शिफ्ट किया गया। वहीं योगी सरकार ने मुख्य आरोपित मोईद खान की संपत्तियों की भी जाँच के आदेश दे दिए हैं। दरअसल, गैंगरेप पीड़ित बच्ची की माँ और पिता ने आज शुक्रवार (2 अगस्त 2024) को सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ न्याय की गुहार लगाई थी। इसके बाद योगी सरकार ने यह ऐक्शन लिया है। योगी सरकार ने सपा के नेता और सामूहिक दुष्कर्म के मुख्य आरोपित मोईद खान की संपत्तियों की जाँच के आदेश के बाद राजस्व विभाग ने उसकी भूमि की पैमाईश शुरू कर दी है। पीड़ित परिवार से मिलने के बाद मुख्यमंत्री योगी ने X पर लिखा था कि, 'आज लखनऊ में जनपद अयोध्या के बीकापुर विधानसभा क्षेत्र के माननीय विधायक डॉक्टर अमित सिंह चौहान जी के साथ आए अयोध्या की पीड़ित बच्ची के परिजनों से भेंट की। दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा, उन पर कठोरतम कार्रवाई होगी। बच्ची को हर कीमत पर न्याय दिलाने हेतु हम प्रतिबद्ध हैं।' दरअसल, बलात्कार मामले में सपा नेता मोईद खान का नाम सामने आने के बाद पुराने आरोप भी उभर आए, जो उसने अपने राजनितिक रसूख के चलते दबा रखे थे। बताया गया है कि, आरोपी मोईद खान ने तालाब और सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा कर रखा है। यही नहीं, मोईद खान ने कई दलित परिवार की जमीनों पर हड़प रखी है, लेकिन कोई दलित नेता उसके खिलाफ आवाज़ नहीं उठाता। इसकी सूचना मिलते ही दलित पीड़ितों की मदद के लिए बजरंग दल आगे आया है और उसने जिलाधिकारी को लिखे गए एक पत्र में कहा है कि भदरसा भाहर में मोईद की बेकरी भी दलित समाज के व्यक्ति जानकी प्रसाद की भूमि पर बनी है, जिसका गाटा संख्या 1675 और 1676 है। रिपोर्ट के अनुसार, बजरंग दल ने मोईद खान और थाना प्रभारी रतनलाल शर्मा की संपत्ति एवं गतिविधियों की गहन छानबीन की माँग की है। संगठन का कहना है कि पीड़िता के परिजनों ने जब दुष्कर्म की शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की तो पुलिस ने टालने की कोशिश की। मोईद खान को पुराकलंदर थाने के प्रभारी रतनलाल शर्मा द्वारा संरक्षण दिया गया है। यही नहीं, बजरंग दल, ने अधिकारी रतनलाल शर्मा पर अन्य हिंदू विरोधी गतिविधियों को संचालित करने वाले अपराधियों को भी संरक्षण देने का आरोप लगाया है। सोशल मीडिया पर घटना वाली जगह के कुछ वीडियो भी वायरल हो रहे हैं, जिसमे स्थानीय लोग कह रहे हैं कि आरोपी नेता 60-70 लड़कियों का सामूहिक बलात्कार कर चुका है, लेकिन पुलिस और कुछ नेता उसका साथ देते हैं। सोशल मीडिया पर लोग आरोपी खान के खिलाफ कड़ी करवाई की मांग कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले 12 साल से पुलिस चौकी मोईद खान की प्रॉपर्टी में चल रही थी। OBC समाज की बच्ची के साथ हैवानियत के मामले में हिंदू संगठनों के दबाव के बाद ही थाना प्रभारी शर्मा ने मोईद खान के खिलाफ FIR दर्ज की थी। बता दें कि सीएम योगी ने गुरुवार (1 अगस्त 2024) को सदन में इस घटना पर बयान दिया था, उन्होंने कहा था कि, “ये अपराधी समाज के सबसे बड़े कलंक हैं, कोढ़ हैं और इस कोढ़ को जब तक हटाएँगे नहीं, तब तक राज्य की स्थिति को सही करने में कठिनाई होगी।” सीएम ने कहा था कि, ' ये घटना अयोध्या की है। इसका अपराधी मोईद खान समाजवादी पार्टी का नेता है और अयोध्या के सांसद (अवधेश प्रसाद) के साथ उठता-बैठता है। 12 वर्षीय एक नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार के कृत्य में शामिल पाया गया है। लेकिन, अभी तक सपा ने उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है, यहाँ तक की बयान भी नहीं दिया है। अब क्या कोई समाजवादी पार्टी का नाम भी ना बोले?” क्या है मामला : बता दें कि, सपा नेता मोईद खान और उसके नौकर राजू खान ने कुछ महीने पहले नाबालिग का सामूहिक बलात्कार किया था। उन्होंने इस जघन्य अपराध को अंजाम देते हुए उसका वीडियो भी रिकॉर्ड किया, ताकि नाबालिग पीड़िता को ब्लैकमेल किया जा सके। अश्लील वीडियो को लीक करने की धमकी देकर दोनों आरोपी, लगभग 2 महीने से अधिक समय तक उसका यौन शोषण करते रहे। पीड़िता की उम्र 12 वर्ष बताई जा रही है। हालांकि, परिवार को इस अपराध के बारे में तब पता चला जब पीड़िता की तबीयत बिगड़ी और अस्पताल पहुँचने पर पता चला कि वह गर्भवती है। आरोप ये भी है कि भदरसा थाने ने 30 घंटे से ज्यादा समय तक इस मामले में पीड़ितों की शिकायत ही दर्ज नहीं की, क्योंकि मामला सपा नेता से जुड़ा था। साल 2012 से यह थाना आरोपी सपा नेता मोईद खान के घर से चल रहा था। वहीं, हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में भी यहाँ से सपा सांसद अवदेश प्रसाद ने जीत दर्ज की है, ऐसे में सपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने में पुलिस भी परहेज कर रही थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, पीड़िता मजदूर परिवार और OBC समुदाय से है। मामला बढ़ने और बजरंग दल के दखल के बाद मंगलवार (30 जुलाई 2024) को पुलिस ने FIR दर्ज कर आरोपी सपा नेता मोईद खान और उसके नौकर राजू को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में यूपी पुलिस महिला और बाल सुरक्षा विभाग ने भी स्थानीय थाना अधिकारियों पर कार्रवाई के लिए दबाव डाला था। वहीं, इस मामले में भाजपा, निषाद पार्टी, के नेताओं के अलावा कोई अन्य विपक्षी दल का नेता पीड़ित परिवार से मिलने नहीं गया है। यहाँ तक कि, चुनावों और संसद में OBC, को अधिकार दिलाने की बात करने वाले राहुल गांधी की पार्टी में से भी किसी नेता की प्रतिक्रिया नहीं आई है। वहीं, जब सपा सांसद अवधेश प्रसाद से मीडिया ने इस संबंध में सवाल किया, तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं है। पाक-बांग्लादेश से क्यों नहीं रुक रही घुसपैठ ? 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