लखनऊ: 18 नवंबर 2024 को समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता अबू आज़मी और इस्लामवादी मुफ़्ती सलमान अज़हरी के बीच मुलाकात का विवाद सामने आया। इस मुलाकात के दौरान दोनों ने मांग की कि पैगंबर मोहम्मद के अपमान करने वालों के खिलाफ सख्त कानून बनाया जाए। अबू आज़मी ने कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आई, तो वे यह सुनिश्चित करेंगे कि पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ़ किसी भी प्रकार की अपमानजनक टिप्पणी करने वाले पर यूएपीए (UAPA) जैसे कड़े आतंकवाद विरोधी कानून के तहत कार्रवाई की जाए। मुफ़्ती अज़हरी ने अबू आज़मी से आश्वासन मांगा कि अगर वह चुनाव जीतते हैं, तो वे पैगंबर के सम्मान की रक्षा के लिए क्या कदम उठाएंगे। अबू आज़मी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्होंने पहले ही सरकार से बार-बार यह मांग की है कि जो लोग पैगंबर का अपमान करते हैं, उनके खिलाफ यूएपीए लगाया जाए, क्योंकि यह आतंकवाद का रूप है। इसके अलावा, मुलाकात के दौरान दोनों ने मुस्लिम वोटों के बंटवारे से बचने की बात की, ताकि भाजपा को फायदा न हो। अबू आज़मी ने इस मुलाकात का एक वीडियो भी शेयर किया, जिसमें उन्होंने पैगंबर के सम्मान की रक्षा के लिए एक आतंकवाद विरोधी कानून बनाने की मांग की। मुफ़्ती सलमान अज़हरी का विवादों से पुराना नाता है। फरवरी 2024 में उन्होंने जूनागढ़ में भड़काऊ भाषण दिया था, जिसमें उन्होंने कर्बला का जिक्र करते हुए विवादित बयान दिए थे। इसके बाद उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी। एक और भाषण में उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था। अज़हरी के भड़काऊ भाषणों के कारण कई मामले दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा, यह भी सामने आया है कि उन्होंने चैरिटेबल ट्रस्ट के खाते से बड़ी राशि निकालने के मामले में भी जाँच का सामना किया। अबू आज़मी भी कई विवादित बयान देने के कारण चर्चा में रहे हैं। उन्होंने इस साल समान नागरिक संहिता (UCC) के खिलाफ बयान दिया था और मुसलमानों को सरकारी दस्तावेज़ तैयार रखने की सलाह दी थी। इसके अलावा, 2023 में उन्होंने एक घटना के बाद मुस्लिम समुदाय से पुलिस केस वापस लेने की भी अपील की थी, जिसमें मुस्लिम भीड़ ने भारत विरोधी नारे लगाए थे। उमर अब्दुल्ला के खिलाफ चुनाव लड़ा, AAP का प्रचार भी किया, पर वो था 'आतंकी' 'सीमाओं की तरह ही संस्कृति की भी रक्षा करना जरूरी..', राजनाथ सिंह का बड़ा बयान गाज़ा में इजराइल ने फिर की एयरस्ट्राइक, ईमारत ध्वस्त, 34 फिलिस्तीनियों की मौत