सपा की विधायक होकर भाजपा के लिए मांग रहीं वोट..! आखिर कौन हैं पूजा पाल?

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले की फूलपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने वाला है। इस चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) की विधायक पूजा पाल भाजपा उम्मीदवार दीपक पटेल का समर्थन कर रही हैं। वह गांव-गांव जाकर भाजपा के लिए प्रचार कर रही हैं और भाजपा के चुनाव चिन्ह "कमल" को वोट देने की अपील कर रही हैं। पूजा पाल इसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मदद के प्रति आभार प्रकट करने का तरीका बता रही हैं।

पूजा पाल कौशांबी जिले की चायल विधानसभा सीट से सपा की विधायक हैं, लेकिन इस बार उन्होंने सपा से बगावत कर भाजपा के समर्थन में खुलकर प्रचार करना शुरू कर दिया है। वह अपने समर्थकों के साथ फूलपुर में घर-घर जाकर भाजपा के लिए वोट मांग रही हैं। उनका कहना है कि जनता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की "माफिया मुक्त शासन" पर भरोसा करती है और लोग भाजपा के पक्ष में हैं। वे प्रतिदिन आठ से दस गांवों का दौरा कर लोगों से सीधा संवाद कर रही हैं और खासकर महिला मतदाताओं से उनका मजबूत संपर्क बन रहा है।

फूलपुर विधानसभा में चार लाख से अधिक मतदाता हैं, जिनमें जातीय समीकरण महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यहां सबसे ज्यादा मतदाता दलित समुदाय से हैं, जिनकी संख्या 80,000 से अधिक है। इसके बाद कुर्मी समाज से 70,000 मतदाता आते हैं, जो आमतौर पर निर्णायक भूमिका निभाते हैं। भाजपा ने इसी समुदाय के दीपक पटेल को अपना उम्मीदवार बनाया है। यहां ओबीसी समुदाय के पाल मतदाता भी लगभग 18,000 हैं, जिनका समर्थन जीत के अंतर को निर्धारित कर सकता है। पूजा पाल खासतौर पर इन्हीं समुदायों पर ध्यान केंद्रित कर प्रचार कर रही हैं।

पूजा पाल राज्यसभा चुनाव में सपा के खिलाफ क्रॉस वोटिंग करके चर्चा में आई थीं और इसके बाद से वह सपा के लिए असहज स्थिति में आ गईं। उन्होंने योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से भी कई बार मुलाकात की है और अब फूलपुर में भाजपा के लिए खुलकर प्रचार कर रही हैं। पूजा पाल का कहना है कि योगी सरकार ने उन्हें न्याय दिलाने में मदद की, इसलिए वह भाजपा के उम्मीदवार का समर्थन कर रही हैं।

गौरतलब है कि पूजा पाल, दिवंगत बसपा विधायक राजू पाल की पत्नी हैं। 2005 में राजू पाल की हत्या कर दी गई थी, जिसमें माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ का नाम सामने आया था। पूजा पाल ने इस मामले में लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी, लेकिन सपा-बसपा सरकारों के समय उन्हें कोई मदद नहीं मिली, फिर योगी सरकार ने इस मामले में उनकी सहायता की, जिससे कई आरोपियों को सजा मिली। इसे पूजा पाल इंसाफ मानती हैं और इसीलिए लोगों से भाजपा के पक्ष में वोट देने की अपील कर रहीं हैं। 

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