राजस्थान: एटीएस के एडिशनल एसपी ने अपनी महिला मित्र गोली मारकर फिर खुद को गोली मार ली. वही मारने से पहले अपनी मौत की सुचना खुद पुलिस कंट्रोल रुम को दी. की एक कार में दो शव पड़े होने की खबर है. दरअसल बीतीरात कुछ यूं हुआ कि जब एसपी ने कंट्रोल रुम में फ़ोन किया था तभी पुलिस तुरंत मौके पर पहुची तो उसे वहा गाड़ी नही मिली थी लेकिन करीब साढ़े आठ बजे पुलिस कि टीम जब वहा से गुजर रही थी तो देखा कि एटीएस एएसपी की सरकारी स्कर्पियो गाड़ी एक जगह खड़ी थी, जो अंदर से लॉक थी. ड्राइविंग सीट पर खुद एएसपी आशीष मृत अवस्था में थे और बगल की सीट पर एक महिला निढ़ाल पड़ी थी पुलिस को कार से दो सुसाइट नोट भी मिला जो एक उनकी पत्नी के लिए लिखा गया था और दूसरा पुलिस वालो के नाम. पत्नी के लिए लिखे गए नोट में लिखा था कि,"कि मैं अपने परिवार के साथ इंसाफ नही कर रहा हूं, बच्चों को पढ़ाना चाहता हूं. तुम परेशान मत होना और दुखी मत होना और लिखा कि आज में पुलिस आफिसर होने के नाते इंसाफ करने आया हूं. पिछले चार साल से ये लड़की मेरे साथ प्यार का नाटक कर मुझे और मेरे परिवार को तबाह कर रही है." पुलिस के लिए लिखे गए नोट में लिखा कि ये लड़की कोचिंग के नाम पर कुछ अधिकारियों और कुछ लोगों को फंसाती थी. अगर इस लड़की के बारे में ये जानना चाहते हैं तो लिखे हुए पांच लोगों के नाम और नंबरों से पूछ लें. इस रैकेट में विरेंद्र मीणा के साथ ये लड़की ब्लैकमेलिंग करती थी. मृतक एसपी ने फेसबुक पर भी पोस्ट किया था कि,"कि पुलिस में होने के साथ ही मेरी मोरल ड्यूटी बनती है कि मैं इंसाफ करुं" मृतक एसपी से सुसाइट नोट में ये भी खुलासा किया कि मृतिका का कई कई आईपीएस और आईएएस अधिकारियों से संबंध थे. वह कई अधिकारियों को ब्लैकमेल कर रही थी. फ़िलहाल पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए. इस ब्लैकमेलिंग रैकेट को लेकर जांच कर रही है. दोनों शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए हैं. आशीष की सरकारी कार से सर्विस रिवाल्वर भी बरामद कर ली गई है. दोस्त ने घर बुलाकर किया गैंगरेप सांप्रदायिक तनाव की चपेट में आया धूलागढ़