गंगा नदी अपने विशेष गुणों वाले जल के कारण मूल्यवान मानी जाती है. मान्यता है कि गंगा का जन्म भगवान विष्णु के पैरों से हुआ था. मां गंगा महादेव की जटाओं में निवास करती हैं. गंगा स्नान, पूजन और दर्शन करने से पापों का नाश होता है और व्याधियों से मुक्ति मिलती है. गंगाजल के लाभ - अच्छी सेहत और लंबी आयु के लिए 1- हर सोमवार को शिवलिंग पर गंगा जल अर्पित करें. 2- जल अर्पित करते समय या तो महामृत्युंजय मंत्र पढ़ते रहें या 'ॐ नमः शिवाय' का जाप करते रहें. 3- मंत्र जाप के बाद शिव जी से आयु रक्षा और उत्तम सेहत की प्रार्थना करें. गलतियों के प्रायश्चित के लिए 1- कपड़े पहनकर ही गंगा जल से या गंगा नदी में स्नान करें. 2- एक स्नान में कम से कम तीन बार डुबकी लगाएं. 3- नहाने के बाद पुराने कपड़े वहीं छोड़ दें. 4- नए कपड़े पहनें और गलतियों के लिए क्षमा-याचना करें. 5- इसके बाद किसी जरूरतमंद को अन्न या फल का दान करें. इन मूर्तियों के न करे दर्शन