नालंदा : यदि किसी व्यक्ति को पद के साथ मिले अधिकार जब अतिक्रमण करने लगे उसका नतीजा पद से हाथ धोना ही सकता है.ऐसा ही एक मामला बिहार के नालंदा जिले के एक गांव का सामने आया है जहाँ एक एसपीओ ने सड़क पर फोन पर बात कर रही लड़की को बेवजह बेरहमी से पीटा और उसे चरित्रहीन तक बता दिया. इस घटना को कई लोग देखते रहे, लेकिन कोई उसे बचाने नहीं आया. घटना का वीडियो सामने आने के बाद एसपी ने आरोपी एसपीओ को बर्खास्त कर दिया. दरअसल यह घटना नालंदा जिले के परवलपुर थाना क्षेत्र के बड़ी मठ के पास एनएच 110 पर हुई. यहां एक लड़की सड़क पर अकेली खड़ी थी होकर फोन पर किसी से बात कर रही थी. पास ही मौजूद एसपीओ धनंजय कुमार को लगा कि लड़की फोन पर अपने प्रेमी से बात कर रही है. इससे गुस्सा हुए धनंजय ने लड़की कि बीच सड़क पर पिटाई करना शुरू कर दिया . उसने बाल पकड़कर लड़की को सड़क पर घसीटा और उसका मोबाईल भी छीन लिया.सरेआम पिटाई होता देख गांव के कई लोग जमा हो गए, लेकिन किसीने धनंजय को रोक कर लड़की को बचाने की हिम्मत न हीं लड़की सड़क पर बैठ रोते हुए छोड़ देने की गुहार लगाने लगी, लेकिन धनंजय नहीं माना. इस बीच वहां से वाहनों से गुजरते कुछ लोगों ने बचाव की कोशिश की तो धनंजय ने उन्हें अपने एसपीओ होने की दबंगई दिखाकर रवाना कर दिया. बता दें कि काफी देर तक पीटने और गालियां देने के बाद धनंजय ने आखिर लड़की को घर जाने दिया.इस घटना का वीडियो मीडिया में आने के बाद एसपी सुधीर कुमार पोरिका ने धनंजय को एसपीओ के पद से बर्खास्त कर उसके खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया है. स्मरण रहे कि बिहार में नक्सल प्रभावित जिलों में स्पेशल पुलिस ऑफिसर (एसपीओ ) की बहाली की गई.इन एसपीओ को गांव के लोगों की नक्सली गतिविधियों की खबर देने के लिए बनाया जाता है. यह भी देखें दलित महिला और उसके बेटे को नग्न कर पीटा वह शवों को आधा ज़मीन में गाड़कर करता था तंत्र क्रिया