नई दिल्ली : जाने माने दिवंगत कारोबारी पोंटी चड्ढा की करीब 15 हजार करोड़ रुपए की संपत्ति का बंटवारा उनके बेटे मनप्रीत सिंह चड्ढा और छोटे भाई राजिंदर (राजू) चड्ढा के बीच होगा। मामले से जुड़े दो सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी है। इसके लिए वेव ग्रुप में बंटवारे की योजना लॉ फर्म एजेडबी एंड एसोसिएट्स की सलाह पर तैयार कर ली गई है। इसके अनुसार पॉन्टी चड्ढा की सपंत्ति का 64 फीसदी हिस्सा उनके बेटे मनप्रीत को मिलेगा। उनके पास वेब ग्रुप के रियल स्टेट कारोबार का जिम्मा होगा। ग्रुप की ज्यादातर चीनी मिलें, मॉल, बेवरेज प्लांट्स भी उन्हें मिलेंगे। वहीं ग्रुप का 36 फीसदी हिस्सा छोटे भाई राजू चड्ढा को मिलेगा। हालांकि वेव ग्रुप के प्रवक्ता में मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। मगर राजू चड्ढा के प्रवक्ता ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि बंटवारे पर कोई विवाद नहीं हुआ और आराम से फैसला लिया गया। उन्होंने बताया, ‘दोनों पक्ष इस समझौते पर अपने हस्ताक्षर भी कर चुके हैं। वेव ग्रुप की स्थापना साल 1963 में शराब वितरण कंपनी के रूप में कुलवंत सिंह चड्ढा ने की थी। इसके बाद पोंटी चड्ढा ने कारोबार को जबर्दस्त तरीके से विस्तार दिया। साल 2012 में हुए खूनी संघर्ष में पोंटी चड्ढा की जान चली गई थी। उनके पिता कुलवंत उससे एक साल पहले ही बीमारी के कारण चल बसे थे। पोंटी चड्ढा के बेटे मनप्रीत को वेव की 64 फीसदी हिस्सेदारी मिलेगी, जबकि वेव ग्रुप का 36 फीसदी हिस्सा राजिंदर चड्ढा को मिलेगा। पोंटी चड्ढा की मौत के बाद मनप्रीत और राजू मिलकर बिजनस चला रहे थे। ग्रुप के पास उत्तर प्रदेश में सात चीनी मिलें हैं। पंजाब के अमृतसर में ग्रुप का बेवरेज प्लांट है, जो कोका कोला इंडिया की 9 फ्रेंचाइजी में से एक है। लुधियाना और जम्मू को छोड़कर सारे मॉल मनप्रीत को मिलेंगे। शराब कारोबार में उत्तर प्रदेश और पंजाब में बड़ा डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क शामिल है। इसमें दो डिस्टिलरी और एक ब्रुवरीज शामिल है। इन पर राजू चड्ढा का नियंत्रण रहेगा। राजिंदर चड्ढा को ज्यादातर शराब कारोबार मिलेगा। इसमें शराब डिस्ट्रीब्यूशन, डिस्टिलरी और ब्रुवरीज बिजनेस शामिल होगा। उन्हें नोएडा के 18 सेक्टर में स्थित 41 मंजिला इमारत ‘वेव वन’ भी मिलेगी, जिसमें 20 लाख वर्ग फुट का बिल्ट-अप एरिया है। फिल्म प्रॉडक्शन और वितरण कारोबार भी उन्हें ही मिलेगा। शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी, आज भी हरे निशान में खुला सेंसेक्स GII सूचकांक में भारत ने सुधारी अपनी रैंकिंग आईएमएफ ने जताई भारत की GDP में गिरावट की आशंका