नई दिल्ली : दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में गुरुवार को एक बार फिर कश्मीर की आजादी का पोस्टर स्कूल ऑफ सोशल साइंस के नए ब्लॉक की दीवार पर लगा दिखाई दिया. कुछ छात्रों ने पोस्टर देखने के बाद प्रशासन को इसकी सूचना दी. तब जाकर प्रशासन ने इस विवादित पोस्टर को हटाया. बताया जा रहा है कि वामपंथी संगठन डेमोक्रेटिक स्टूडेंट यूनियन (DSU) की ओर से लगाए गए पोस्टर में लिखा कश्मीर के लिए आजादी.फिलिस्तीन को आजाद करो, खुद फैसले लेने की आजादी जिंदाबाद जैसी सूचना लिखी हुई थी.सूचना मिलने पर जेएनयू प्रशासन ने गुरुवार शाम सुरक्षाकर्मियों से वह पोस्टर हटवा दिया.जबकि पोस्टर लगाने की इस घटना पर वामपंथी छात्र संगठन से जुड़े एक छात्र की प्रतिक्रिया सुन आश्चर्य हुआ. उसने कहा पोस्टर वहां तीन-चार दिन से लगा था. लेकिन इसमें कोई नई बात नहीं है. डीएसयू ऐसे पोस्टर लगाता रहता है. आपको बता दें कि डीएसयू वही छात्र संगठन है जिसके सदस्य उमर खालिद, अनिर्बान भट्टाचार्य और अन्य के खिलाफ 9 फरवरी 2016 को एक रैली में देश विरोधी नारे लगाने का आरोप लगा था. यह रैली संसद भवन पर हमले के दोषी आतंकी अफजल गुरु और अलगाववादी नेता मकबूल भट्ट को फांसी दिए जाने के खिलाफ आयोजित की गई थी. रैली में देश विरोधी नारे लगाए जाने पर पुलिस ने उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया था. यह भी पढ़ें कन्हैया के खिलाफ देश विरोधी नारे लगाने के नहीं मिले साक्ष्य रामजस कॉलेज में हुई हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस प्रमुख ने दी चेतावनी