MP के स्कूल-कॉलेज में मनाई जाएगी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, कांग्रेस बोली- शिक्षण संस्थानों को बर्बाद करने पर क्यों तुली है भाजपा ?

भोपाल: मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार द्वारा राज्य के स्कूलों और कॉलेजों को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाने के निर्देश ने सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस के बीच राजनीतिक तकरार को जन्म दे दिया है। कांग्रेस ने भाजपा पर शिक्षा का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने कहा है कि शिक्षण केन्द्रों को "केवल पढ़ाई के लिए" ही रहना चाहिए। विधायक आरिफ मसूद ने यह कहकर भाजपा पर निशाना साधा कि "यह सरकार शिक्षण संस्थानों को बर्बाद करने में क्यों लगी हुई है।''

वहीं, सीएम मोहन यादव ने कांग्रेस की आपत्ति को खारिज करते हुए कहा कि राज्य को भगवान श्रीकृष्ण का आशीर्वाद प्राप्त है और उन्होंने त्योहार के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने मध्य प्रदेश के लोकप्रिय पर्यटन स्थलों - नारायण, अमझेरा और जानापाव धाम - का जिक्र किया, जो श्रीकृष्ण से जुड़े हैं और इन क्षेत्रों को तीर्थस्थल के रूप में विकसित करने की योजना का ऐलान किया। सीएम मोहन ने कहा कि, "भगवान कृष्ण ने 5,000 साल पहले शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला था। वे शिक्षा प्राप्त करने के लिए मथुरा से उज्जैन आए थे। उनकी शिक्षाओं का जश्न मनाने के लिए इससे अधिक शुभ समय और क्या हो सकता है?" मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि, ''नारायण धाम में कृष्ण और सुदामा की मित्रता अमीर और गरीब के बीच के बंधन का प्रतीक है। भगवान कृष्ण की वीरता का प्रतिनिधित्व करने वाले स्थान को बढ़ावा देने में क्या गलत है?"

मोहन यादव ने यह भी कहा कि कृष्ण से जुड़े अन्य शहरों में भी यह दिन मनाया जाता है। उन्होंने पूछा कि, "अगर हम जन्माष्टमी पर भगवान कृष्ण से जुड़े स्थानों को याद नहीं करते हैं, तो मथुरा को क्यों याद करते हैं? अगर मथुरा में जन्माष्टमी मनाई जाएगी, तो क्या कांग्रेस वहां जाना बंद कर देगी?" उन्होंने कहा, "यह अपमानजनक और निरर्थक बात के अलावा कुछ नहीं है।" मुख्यमंत्री के अलावा भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने राम मंदिर समारोह के लिए कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को दिए गए निमंत्रण का हवाला दिया। इस मंदिर के लिए सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे जैसी वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को आमंत्रित किया गया था, लेकिन उन्होंने निमंत्रण ठुकरा दिया था। भाजपा विधायक ने कहा कि, "यह केवल कांग्रेस की नजर में अपराध है। उन्हें पहले भगवान राम से एलर्जी थी, अब भगवान कृष्ण से एलर्जी है।" बता दें कि, बुधवार (21 अगस्त) को जारी किए गए राज्य सरकार के आदेश में जिला अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे सुनिश्चित करें कि कृष्ण को समर्पित मंदिरों की सफाई की जाए और वहां "सांस्कृतिक कार्यक्रमों" का आयोजन किया जाए। इस पर कांग्रेस ने विरोध जताया है। 

77 OBC जातियों में से 75 मुस्लिम, उठा रहीं आरक्षण का भरपूर लाभ..! ममता सरकार के 'तुष्टिकरण के खेल' पर सुप्रीम कोर्ट में घमासान

बदलापुर की आग में झुलस रहा महाराष्ट्र ! कल पूरे राज्य में बंद कराएगा कांग्रेस-NCP और शिवसेना का गठबंधन

बाढ़ प्रभावित त्रिपुरा के लिए केंद्र ने जारी की 40 करोड़ की मदद, सीएम साहा ने जताया आभार

Related News