श्रीलंका: हाल में श्रीलंका ने चीन को एक बहुत बड़ा झटका दिया है, जिसमे दक्षिणी हिस्से में मौजूद हम्बनटोटा बंदरगाह के नियंत्रण और विकास के एक प्रस्ताव को मंज़ूरी दे दी है. इस प्रस्ताव के बाद इस बंदरगाह पर चीन का नियंत्रण नहीं रहेगा. इस बंदरगाह से चीन अपने व्यवसायिक काम तो कर सकेगा किन्तु सुरक्षा का पूरा नियंत्रण श्रीलंका के हाथ में होगा. श्रीलंका की कैबिनेट ने चीन के साथ एक समझौते के तहत इस प्रस्ताव को मंज़ूरी दे दी है. जिसमे अब इस बंदरगाह का इस्तेमाल चीन अपनी सेना के लिए नहीं कर सकेगा. चीन सिर्फ व्यवसायिक काम ही श्रीलंका के नियंत्रण के तहत कर सकेगा. पारित हुए प्रस्ताव के बारे में सरकार ने कहा कि देश में बड़े पैमाने पर हुए विरोध के कारण सरकार समझौते की शर्तों में बदलाव कर रही है. इसके बारे में कैबिनेट प्रवक्ता दयाश्री जयशेखर ने जानकारी दी है कि कैबिनेट ने प्रस्ताव पास कर दिया है और अब इसे संसद की मंज़ूरी चाहिए. हम इस सप्ताह इसे मंज़ूरी के लिए भेजेंगे. हालांकि चीन द्वारा इस पर अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गयी है. सूत्रों ने बताया है कि चीन बंदरगाह के नज़दीक ही व्यवसायिक केंद्र बनाने के लिए इसके आसपास की 15000 एकड़ की ज़मीन लेना चाहता था. चीन जिसका बाद में इस्तेमाल अपनी सेना के लिए कर सकता था. चीन ने कहा भारत को भड़का कर अपना हित साध रहा अमेरिका चीन की सीमा तक पहुंचने के लिए सरकार बनाएगी सुरंग डोकलाम मामले में अमेरिका ने किया हस्तक्षेप, कहा भारत - चीन सीधे बातचीत करे चीन ने फिर दी धमकी, हमें अपनी एक इंच ज़मीन भी खोना बर्दाश्त नहीं कश्मीर मसले के हल के लिए US-चीन की मदद लें - फारुख अब्दुल्ला