चेन्नई: आर्थिक समस्या से पीड़ित श्रीलंका से 19 नागरिक जाफना तथा मन्नार पार करके नाव के माध्यम से तमिलनाडु के धनुषकोडी पहुंचे. शुक्रवार को इससे पूर्व दो बच्चों सहित 4 व्यक्तियों का एक परिवार भी धनुषकोडी पहुंचा था. श्रीलंकाई तमिल लोगों ने कहा कि गंभीर आर्थिक संकट की वजह से श्रीलंका में रहना बेहद कठिन हो गया है तथा वहां जरुरी वस्तुओं के दामों में अत्यधिक बढ़ोतरी हुई है. आपको बता दें, श्रीलंका 1948 में ब्रिटेन से आजादी प्राप्त करने के पश्चात् से अपने सबसे खराब आर्थिक संकट का सामना कर रहा है. भारत ने आर्थिक संकट से निपटने के लिए श्रीलंका को हाल में वित्तीय सहायता के तौर पर एक अरब डॉलर का ऋण देने का ऐलान किया है. भारतीय उच्चायोग ने बुधवार को कर्ज के तहत कोलंबो में ईंधन के दो और जहाज भेजने का ऐलान किया. भारत से श्रीलंका को चावल की खेप भी भेजी जा रही है. वहीं, तमिलनाडु के सीएम एम के स्टालिन ने बृहस्पतिवार को केंद्र को सूचित किया कि तमिलनाडु तमिलों के कल्याण को ध्यान में रखते हुए चावल एवं जीवन रक्षक दवाइयां जैसी आवश्यक चीजें श्रीलंका भेजने के लिए तैयार है. उन्हें बस वहां भारतीय उच्चायोग के मार्फत वितरण की अनुमति की आवश्यकता है. बता दें, अब तक 39 श्रीलंकाई तमिल लोग जिनमें महिलाएं तथा बच्चे भी सम्मिलित हैं, शरण मांगने के लिए भारतीय तट पर पहुंच चुके हैं. श्रीलंका इस वक़्त आर्थिक खतरे से जूझ रहा है. इसी के मद्देनजर कई लोग भारत में शरण लेने के लिए तमिलनाडु सीमा पहुंच रहे हैं. किसानों को ताकत दे रही हमारी सरकार: PM मोदी अन्नदाता ने बनाया बच्चों का भविष्य! स्कूल के लिए कम पड़ी जगह तो दान दे दी 4 बीघा जमीन धागे की फैक्ट्री में लगी भयंकर आग, जलकर ख़ाक हुआ मालिक