नई दिल्लीः आज से दस साल पहले पूरे क्रिकेट जगत को एक आतंकी हमले ने हिला दिया था। ऐसा दुनिया में पहली दफा हुआ था। लाहौर में गद्दाफी स्टेडियम के बाहर हाथ में बंदूक लिए करीब 12 लोगों ने पाकिस्तान दौरे पर गई श्रीलंकाई टीम की बस पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थी। चानक हुए इस हमले में छह पाकिस्तानी पुलिसकर्मी सहित आठ लोगों की जान गई. श्रीलंकाई टीम के दिग्गज खिलाड़ी कुमार संगकारा महेला जयवर्धने सहित कुछ खिलाड़ियों को भी इसमें चोटें आई, मगर सभी सुरक्षित बच निकले। इस हमले ने पाकिस्तान में अंतराष्ट्रीय क्रिकेट को लगभग बंद कर दिया। लेकिन खबर आ रही है कि हमले के करीब दस साल बाद श्रीलंकाई टीम एक बार फिर टेस्ट मैच खेलने पाकिस्‍तान आ सकती है। इस साल के अंत में पाकिस्‍तान श्रीलंका की मेजबानी कर सकता है। श्रीलंका क्रिकेट के एक सुरक्षा प्रतिनिधिमंडल ने लाहौर और कराची का दौरा किया, जिसके बाद सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलने के बाद पाकिस्‍तान टेस्ट क्रिकेट की मेजबानी कर सकता है। एक वेबसाईट की खबर के मुताबिक श्रीलंका पाकिस्तान में कम से कम एक टेस्ट खेलेगा। यदि ऐसा हो जाता है कि 2009 में लाहौर आतंकवादी हमले के बाद टेस्ट क्रिकेट खेलने वाली श्रीलंका पहली टीम बन जाएगी। श्रीलंका क्रिकेट के सीईओ एश्ले डी सिल्वा ने बताया कि सुरक्षा टीम की ओर से उन्हें सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। उन्होंने कहा कि किसी फैसले पर आने से पहले पाकिस्‍तान क्रिकेट बोर्ड से कुछ विकल्पों के बारे में बात की जाएगी। इसके अलावा सरकार से भी सलाह ली जाएगी। इस आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान में किसी द्विपक्षीय सीरीज का आयोजन नहीं किया गया। लेह मेें धोनी ने सैन्य वर्दी में बच्चों के साथ खेला क्रिकेट पाकिस्तान बोर्ड ने इस पूर्व क्रिकेटर को सौंपी बड़ी जिम्मेदारी ब्रायन लारा की डिनर पार्टी में शामिल हुए ये खिलाड़ी, कोहली रहे नदारद