लखनऊ: राम मंदिर ट्रस्ट होने के का एलान बाद से ही इस पर राजनीति शुरू हो गई है. एक तरफ जहां भाजपा नेता इसे लेकर खुशी का इजहार कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. कई नेताओं ने इस ट्रस्ट की घोषणा के समय को लेकर सवाल उठाए हैं. बाबरी मस्जिद को न हम भूले हैं और न ही हमारी पीढ़ियां भूलेंगी: वहीं यह भी कहा जा रहा है कि एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने राम मंदिर ट्रस्ट को लेकर भाजपा पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि बाबरी मस्जिद को तोड़ने की घटना को न हम भूले हैं और न ही हमारी पीढ़ियों को भूलने देंगे. उन्होंने कहा कि संसद का सत्र 11 फरवरी को समाप्त होगा. यह घोषणा आठ फरवरी (दिल्ली चुनाव) के बाद भी हो सकती थी. हम भाजपा की सोच से चिंतित हैं. राम मंदिर ट्रस्ट की घोषणा का स्वागत करता हूं: शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि मैं महाराष्ट्र के सीएम की ओर से पीएम द्वारा राम मंदिर ट्रस्ट की घोषणा का स्वागत करता हूं. यह बात आप सभी जानते हैं, राम मंदिर निर्माण का निर्णय सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिया गया था और इसके निर्णय का सम्मान करना सरकार की जिम्मेदारी है. योगी बोले- जय श्री राम: लेकिन राम मंदिर ट्रस्ट की घोषणा होने के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पीएम मोदी का प्रभु श्री राम के जन्मस्थान पर एक भव्य मंदिर बनाने के लिए एक स्वायत्त ट्रस्ट का गठन करने के लिये कोटिश धन्यवाद. उन्होंने आगे कहा कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र' ट्रस्ट पूरी तरह स्वतंत्र एवं मंदिर निर्माण से संबंधित सभी निर्णय लेने में सक्षम होगा. जय श्री राम! जापान में मचा हड़कंप, कोरोनावायरल की चपेट में आए 10 लोग केजरीवाल की बेटी ने किया सवाल, कहा- 'क्या शिक्षा-स्वास्थ्य देना, गीता पढ़ाना आतंकवाद है?...' आज होगी सीएम योगी की केबिनेट बैठक, बढ़ सकता है संपत्तियों का रजिस्ट्री शुल्क