नैनीताल: आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रवि शंकर ने अयोध्या राम मंदिर मामले में मध्यस्थ के तौर पर उनकी भूमिका को लेकर एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की तरफ से संदेह वाली टिप्पणी को खारिज कर दिया है . श्री श्री ने कहा है कि लोग जैसा बोलना चाहें, बोलते रहेंगे. दरअसल, अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि मामले पर सर्वोच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त की गई तीन सदस्यीय समिति में श्री श्री रविशंकर भी शामिल हैं. अपने बेटे की तस्वीर शेयर कर अनीता भाभी ने दी महिलाओं को महिला दिवस की बधाई शुक्रवार को उत्तराखंड के दौरे पर आए श्री श्री रविशंकर ने पंजाब एवं हरियाणा में मादक द्रव्य के इस्तेमाल के विरुद्ध अपने आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन की कामयाबी और पहाड़ी राज्य में इसी तरह के कार्य की योजना पर भी चर्चा की. उल्लेखनीय है कि अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट की तरफ से नियुक्त समिति में श्री श्री रविशंकर को शामिल करने पर एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने शुक्रवार को कहा था कि वे 'निष्पक्ष व्यक्ति नहीं हैं.' ओवैसी ने दावा किया था कि पहले भी वे इस मामले पर विवादास्पद बयान देते रहे हैं. सप्ताह के आखिरी दिन थमी गिरावट सोने की कीमतों में आई तेजी ओवैसी ने हैदराबाद में प्रेस वालों से कहा है कि, 'रविशंकर ने अयोध्या मामले पर चार नवम्बर 2018 को विवादित बयान दिया था और धमकी दी थी कि अयोध्या में अगर मुस्लिमों ने अपना दावा नहीं छोड़ा तो भारत, सीरिया बन जाएगा.' ओवैसी ने कहा है कि श्री श्री रविशंकर ने कहा था कि मुस्लिमों को सद्भावना के तहत अयोध्या की भूमि पर अपना दावा छोड़ देना चाहिए। उन्होंने कहा है कि उन्हें आशा है कि रविशंकर को अब इन सब बातों को छोड़कर निष्पक्ष व्यक्ति के रूप में काम करना चाहिए। खबरें और भी:- महिला दिवस के मौके पर पंजाब सरकार ने दिया यह ख़ास तोहफा महिला दिवस पर महिलाओं को खुद की तरह हवा में उड़ने के लिए कह रही है यह एक्ट्रेस 2018-19 में रिकॉर्ड तोड़ेगा देश का वस्तु निर्यात स्तर