पटना। बिहार में करीब 700 करोड़ रूपए के सृजन घोटाले के आरोपी महेश मंडल की बीमारी के चलते मौत हो गई। उन्हें किडनी और कैंसर का रोग था। हालांकि परिजन ने आरोप लगाया है कि महेश की मौत के लिए जेल विभाग और पुलिस प्रशासन जवाबदार है। इनकी लापरवाही से महेश की मौत हुई है। इस मामले में महेश के ही साथ शिव मंडल पर आरोप लगे। ऐसे में शिव मंडल को जनता दल यूनाइटेड से हटा दिया गया। शिव मंडल जेडीयू के भागलपुर इकाई की युवा विंग के अध्यक्ष थे। मिली जानकारी के अनुसार महेश जिला कल्याण विभाग से संतुष्ट नहीं थे जब घोटाले की बात सामने आई तो उन पर निलंबन की गाज गिर गई। बताया जा रहा है कि महेश मंडल का उनके गांव में लगभग डेढ़ एकड़ के क्षेत्र में विस्तारित मकान होने की बात सामने आई थी। घर में कमरों में तो एसी लगे ही थे बल्कि बाथरूम में भी एसी लगाए गए थे। महेश मंडल ने स्वयं माना था कि जिला परिषद अध्यक्ष चुनाव में उन्होंने बेटे के लिए लगभग 3 करोड़ रूपए खर्च किए थे मगर इसके बाद भी वे बेटे को जीत दिलवा नहीं सके थे। सृजन घोटाले के सामने आने के बाद कई लोग जाॅच के दायरे में आए हैं। नीतीश कुमार ने सृजन घोटाले की CBI जाँच के आदेश दिए सृजन घोटाले की सीबीआई जाँच के लिए याचिका दाखिल