चीन और रूस के बाजार पर सैंगयॉन्ग करेगा तीन साल में 1 अरब डॉलर का निवेश

दुनिया की बेहतरीन वाहन निर्माता ग्रुप महिंद्रा एंड महिंद्रा के मालिकाना हक वाली सैंगयॉन्ग मोटर नई गाड़ियों और ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए अगले तीन वर्ष में 1 अरब डॉलर का इन्वेस्टमेंट करेगी। यह कंपनी पोर्टफोलियो एक्सपैंशन के अलावा, दक्षिण कोरियाई एसयूवी स्पेशलिस्ट आगामी 3-5 मिडटर्म प्लान के तहत ग्लोबल लेवल पर ब्रैंड को मजबूत करने के लिए चीन, रूस और ब्राजील के बाजार में मैन्युफैक्चरिंग और एसेंबली बेस तैयार करना चाहती है।

कंपनी इस कार्य में इन्वेस्टमेंट करने के लिए अपने आंतरिक स्रोतों और लोन लेकर और फंडिंग के लिए पैरंट कंपनी पर निर्भर नहीं होगी। सैंगयॉन्ग मोटर कंपनी महिंद्रा ऐंड महिंद्रा में तीन साल से प्रॉमिस कर रही है। सैंगयॉन्ग ने अपने प्रॉमिस 2019 में 2019 तक 4-5 फीसदी के ऑपरेटिंग प्रॉफिट के साथ सालाना 2.5 लाख यूनिट्स बेचने के अपने लक्ष्य के बारे में बताया है। 2016 में सैंगयॉन्ग की सालाना सेल्स 1.55 लाख यूनिट्स के साथ रेकॉर्ड हाई पर पहुंच गई है, जो 14 सालों में सबसे ज्यादा है। M&M के कंपनी के टेकओवर के बाद यह दूसरा मौका है, जबकि सैंगयॉन्ग मोटर कंपनी ने 1.5 लाख यूनिट्स की सेल की थी।

इस पर जॉन्ग सिक शोई ने एक इंरव्यू के दौरान कहा कि नए एमिशन नॉर्म्स के कारण अगले तीन साल सैंगयॉन्ग के साथ-साथ दूसरे कार मेकर्स के लिए बेहद अहम हैं। कंपनी प्रॉडक्ट पोर्टफोलियो बनाने और ऑटोनॉमस ड्राइविंग, कनेक्टिविटी प्रोग्राम, इलेक्ट्रिक ऐंड वीकल डिवेलपमेंट की फ्यूचर टेक्नॉलजीज पर एक अरब डॉलर के करीब इन्वेस्टमेंट करेगी। शोई ने कंपनी के य़ोजना के बारे में बताते हुए कहा कि दक्षिण कोरिया में 2019 तक 2.5 लाख यूनिट्स बेचने का टारगेट लेकर चल रहे हैं। इसके इलावा हमें कोरिया के बाहर चीन, रूस और ब्राजील जैसे उभरते देशों से डेढ़ लाख यूनिट्स ऐड करने के बारे में विचार करना चाहिए, प्रॉडक्ट्स की शिपमेंट काफी कठिन है क्योंकि वे बहुत ऊंचा टैरिफ लगाते हैं। हमें बड़े पैमाने पर लोकलाइजेशन करना होगा।' अभी कंपनी चीन और रूस में संभावित लोगों के साथ विचार विमर्स कर रही है।

 

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