भारत में कई मंदिर हैं जो अपने रहस्य के कारण जाने जाते हैं. ऐसा ही एक मंदिर है भगवान शिव का जिसके बारे में आपको पता ही होगा और अगर नहीं पता तो हम जानकारी दे देते हैं. ये एक प्राचीन मंदिर हैं और दिन दो बार ये गायब हो जाता है. इसके पीछे भी एक रहस्य है जिसके बारे में आगे हम बताने जा रहे हैं. ये प्राचीन मंदिर गुजरात में है जिसकी एक खासियत है और यही खासियत लोगों को उस मंदिर के पास ले आती है जिसे देखकर सभी हैरान भी होते हैं. आइये जानते हैं क्या है इस मंदिर का राज़. सावन शिवरात्रि पर है पूरे दिन का शुभ मुहूर्त, कभी भी करें पूजा भगवान शिव का ये अनोखा मंदिर गुजरात के कैम्बे तट पर है जो दिन में दो बार गायब होता है यानी दो बार समुद्र में डूब जाता है. जी हाँ, डूब कर भी ये वापस अपनी जगह पर आ जाता है. सुबह और शाम को ये चमत्कार होते देखा गया है जिससे कई लोग हैरान भी हैं. आपको बता दें, यह मंदिर स्तंभेश्वर महादेव मंदिर के नाम से जाना जाता है. दरअसल, मंदिर समुद्र की लहरों में छिप जाता है जिसके कारण दिखाई नहीं देता और देखने पर ये लगता है वो गायब हो गया या फिर डूब गया. ऐसा सिर्फ दिन में 2 बार ही होता है. वहां के जानकारों का कहना है कि 150 साल पुराना स्तंभेश्वर महादेव मंदिर समुद्र के जिस किनारे पर है उसमें दो बार ज्वार-भाटा आता है इसलिए समुद्र का पानी मंदिर में आकर शिवलिंग का दो बार अभिषेक कर चला जाता है. इस दौरान वहां कोई नहीं जा सकता क्योंकि इससे नुकसान भी हो सकता है. बता दें, इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग भी 4 फीट ऊंचा है. यह भी पढ़ें.. सावन शिवरात्रि: मनोकामना पूर्ति के लिए मंदिरों में जुटे शिवभक्त सावन शिवरात्रि के दौरान न करें ये गलतियां