पुरी: ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा के दौरान भगदड़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए, जिसके चलते दम घुटने से एक श्रद्धालु की मौत हो गई तथा 400 के लगभग श्रद्धालु घायल हो गए। मृतक की पहचान बलांगीर जिले के ललित बगरती के रूप में हुई है। सीएम मोहन चरण माझी ने ललित बगरती के परिवार को 4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया है। साथ ही, उन्होंने घायल श्रद्धालुओं के लिए बेहतर चिकित्सा सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। अधिकारियों ने बताया कि भगवान बलभद्र का रथ खींचते वक़्त भगदड़ जैसी स्थिति में एक पुलिसकर्मी सहित कुछ लोग चोटिल हुए हैं, जिन्हें चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। पुरी स्थित 12वीं सदी के जगन्नाथ मंदिर से रविवार, 7 जुलाई को दोपहर हजारों श्रद्धालुओं ने विशाल रथों को खींचकर तकरीबन 2.5 किलोमीटर दूर गुंडिचा मंदिर की तरफ प्रस्थान किया। यात्रा कुछ मीटर आगे बढ़ने के बाद रुक गई तथा सोमवार सुबह पुनः शुरू होगी। रथयात्रा में लगभग 10 लाख भक्त एकत्रित हुए थे। भगवान बलभद्र के 45 फुट ऊंचे लकड़ी के रथ को हजारों लोगों ने खींचा। तत्पश्चात, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ के रथ खींचे जाएंगे। पुजारी छत्रधारी रथों पर सवार देवताओं को घेरे हुए थे तथा पीतल के झांझ और हाथ के ढोल की ताल बजाते हुए आगे बढ़ रहे थे। पूरा वातावरण 'जय जगन्नाथ' और 'हरिबोल' के जयकारों से गूंज रहा था तथा श्रद्धालु भगवान की एक झलक पाने के लिए उत्सुक थे। रथयात्रा से पहले विभिन्न कलाकारों के समूहों ने रथों के सामने 'कीर्तन' तथा ओडिसी नृत्य प्रस्तुत किए। यह आयोजन विश्व स्तर पर सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक माना जाता है। कर्नाटक में भारी बारिश के बीच डेंगू के मामले 7,000 के पार, बैंगलोर सबसे ज्यादा प्रभावित 'अनावश्यक झगडे कर रही कर्नाटक सरकार, बातचीत से सुलझाएं मामला..', कांग्रेस को कुमारस्वामी की सलाह 'इस्लाम हमारी प्राथमिकता, स्कूली प्रार्थनाओं में भाग ना लें मुस्लिम बच्चे..', जमीयत उलेमा-ए-हिंद का आदेश !