जबलपुर: गुरुवार की रात मुख्य स्टेशन पर श्रमिक स्पेशल ट्रेन आकर ठहरी और इसी बीच रेलवे, आरपीएफ व जीआरपी के जवान यात्रियों को खाना बांटने में जुट गए. इसी दौरान दूसरे ट्रैक पर अन्य ट्रेन आ गई, जिससे लोगों के बीच भगदड़ मच गई, लेकिन बड़ा हादसा होने से टल गया. जबकि सूरत से बिहार जा रही श्रमिक स्पेशल प्लेटफार्म नंबर-1 पर जाना थी, जिसे ऐन वक्त पर प्लेटफार्म नंबर-2 पर ले जाया गया. तो इस ट्रेन में खाना बांटने के दौरान अन्य ट्रेन की शंटिंग होने से खाना बांटते अधिकारियों कर्मचारियों में हड़कंप मच गया. मिली जानकारी के मुताबिक रात लगभग 8 बजे सूरत से बिहार जा रही श्रमिक एक्सप्रेस 09419 मुख्य रेलवे स्टेशन पर आ रही थी. ट्रेन को प्लेटफॉर्म एक पर आना था, लेकिन रेलवे अफसरों और कर्मियों की मनमानी के चलते ट्रेन को प्लेटफॉर्म क्रमांक दो पर ले जाया गया. इस पर जीआरपी ने आपत्ति की, तो अफसरों ने उनकी बातों को नजरअंदाज कर दिया. बता दें की जीआरपी ने ट्रेन को एक नंबर पर लाने की बात कही, लेकिन अधिकारियों ने नहीं सुनी, तो आरपीएफ और जीआरपी का अमला पटरियों पर उतरा और दूसरी तरफ से ट्रेन में खाना बांटना शुरू कर दिया गया. प्लेटफॉर्म क्रमांक एक में लगभग छह ट्रालियों में रखा भोजन ला-लाकर यात्रियों को दिया जा रहा था. जीआरपी और आरपीएफ के अधिकारियों और कर्मचारियों समेत अन्य ने तभी एक ट्रेन की आवाज सुनी. इस ट्रेन को प्लेटफॉर्म क्रमांक एक पर ले जाया जा रहा था. यह देखकर अधिकारी कर्मचारी दहशत में आ गए और वहां भगदड़ की स्थिति निर्मित हो गई. आनन-फानन में ऑपरेटिंग विभाग से संपर्क कर ट्रेन को रोका गया. जिसके बाद खाना बांटना पुनः शुरू कर दिया गया. इसके चलते ट्रेन 45 मिनट बाद रात पौने नौ बजे रवाना हो सकी. इंदौर में बढ़ता जा रहा है कोरोना का खतरा, मरीजों की संख्या 1780 पहुंची जबलपुर के अस्पताल में दो मासूमों ने तोड़ा दम, सांस लेने में हो रही थी परेशानी उज्जैन में बढ़ा कोरोना का कहर, अब तक 43 लोगों ने गवाई जान