हमारी सेहत पर सीधे तौर पर असर डालने वाले पोषक तत्वों में कैल्शियम एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लेकिन आजकल घर के पौष्टिक खाने की बजाय बाहर का तला-भूना और मसालेदार खाना ज्यादा खाया जाता है, जिसमें कैल्शियम की कमी हो सकती है। इससे शरीर में कैल्शियम की कमी होना आम समस्या बन गई है, विशेषकर बच्चों और बुजुर्गों में। आइए जानते हैं कैल्शियम की कमी होने पर सेहत पर क्या असर पड़ता है और इससे बचने के लिए हमें क्या करना चाहिए। कैल्शियम की जरूरत क्यों है? कैल्शियम एक आवश्यक मिनरल है जो हमारे शरीर की हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने में मदद करता है। यह मांसपेशियों के सही तरीके से काम करने और नसों के जरिए ब्रेन तक संदेश पहुंचाने में भी अहम भूमिका निभाता है। इसके अलावा, कैल्शियम ब्लड सर्कुलेशन और हार्मोन रिलीज के लिए भी जरूरी है। कैल्शियम की कमी से कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जिसे मेडिकल भाषा में हाइपोकैल्सीमिया (Hypocalcemia) कहा जाता है। कैल्शियम की कमी के प्रभाव मसल्स में दर्द और ऐंठन: कैल्शियम की कमी से मांसपेशियों में दर्द और ऐंठन की समस्या हो सकती है। हड्डियों में कमजोरी: हड्डियों को मजबूत बनाए रखने में कैल्शियम महत्वपूर्ण होता है। इसकी कमी से हड्डियाँ कमजोर हो जाती हैं, जिससे चोट लगने पर फ्रैक्चर का खतरा बढ़ जाता है। दांतों की समस्याएं: कैल्शियम की कमी के कारण दांतों में दर्द, मसूड़ों से खून निकलना और अन्य समस्याएं हो सकती हैं। कमजोरी और चक्कर आना: शरीर में कैल्शियम की कमी से कमजोरी और चक्कर आने की समस्या भी हो सकती है। नाखूनों की समस्याएं: कैल्शियम की कमी से नाखून जल्दी-जल्दी टूटने लगते हैं। कैल्शियम की कमी के कारण आहार की कमी: अगर हम कैल्शियम से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करते हैं, तो कैल्शियम की कमी हो सकती है। बढ़ती उम्र: उम्र के साथ कैल्शियम का अवशोषण घट सकता है, जिससे कमी होने की संभावना बढ़ जाती है। विटामिन डी की कमी: विटामिन डी कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है। इसकी कमी से कैल्शियम की मात्रा कम हो सकती है। कैल्शियम की कमी से बचाव के उपाय स्वस्थ आहार: कैल्शियम से भरपूर आहार जैसे दूध, पनीर, दही, टोफू, ब्रोकली, और पालक का सेवन करें। कम नमक का सेवन: अधिक नमक खाने से कैल्शियम का अवशोषण कम हो सकता है, इसलिए कम नमक का सेवन करें। सप्लीमेंट्स का उपयोग: अगर आहार से पर्याप्त कैल्शियम नहीं मिल रहा है, तो डॉक्टर की सलाह पर कैल्शियम सप्लीमेंट्स ले सकते हैं। ब्लड टेस्ट: कैल्शियम स्तर की जांच के लिए डॉक्टर ब्लड टेस्ट करवा सकते हैं। इसके आधार पर उचित आहार और सप्लीमेंट्स की सलाह दी जा सकती है। कैल्शियम की कमी से बचने के लिए स्वस्थ आहार और जीवनशैली अपनाना आवश्यक है। इससे न केवल आपकी हड्डियाँ और दांत मजबूत रहेंगे, बल्कि आप अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से भी दूर रह सकेंगे। अपने आहार पर ध्यान दें और कैल्शियम से भरपूर खाद्य पदार्थों को अपने दैनिक भोजन का हिस्सा बनाएं। 'पिछले 10 सालों में प्रधानमंत्री ने जो बयान दिए हैं वो..', केंद्र सरकार पर कपिल सिब्बल का बड़ा हमला कपिल शर्मा शो के होस्ट ने वसूली मोटी रकम जल्द ही रिलीज होगा 'द ग्रेट इंडियन कपिल शो' का नया सीजन, सामने आई शो की नई थीम