RJD अखाड़े में शुरू हुआ दंगल, जनता दरबार में आए थे पहलवान

राजद कार्यालय में पिछले साल 26 जनवरी को विधायक तेजप्रताप यादव के जनता दरबार में कुछ पहलवान आए थे. उस दिन किसी वजह से दरबार नहीं लगा तो तेजप्रताप ने पहलवानों के बीच दंगल करा दिया. कुछ घंटों के लिए राजद कार्यालय अखाड़े में तब्दील हो गया. मामला लोकसभा चुनाव के पहले का था. अब विधानसभा चुनाव आने वाला है तो राजद के रिंग में फिर कई पहलवान उतरना चाह रहे हैं. कई उतर चुके हैं. कई लाइन में भी हैं.

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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि जगदानंद सिंह के राजद के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से राजद का प्रदेश कार्यालय रोज गुलजार रहता है. दूसरे दलों के कई नेता मेजबान बनने की जुगत में मेहमान बनकर चक्कर लगा रहे हैं. लोकसभा चुनाव के पहले वरिष्ठ समाजवादी नेता शरद यादव और पूर्व सांसद अर्जुन राय सरीखे कई नेता राजद के सहारे मैदान में आए. यह अलग बात है कि उनमें से कोई भी संसद के दरवाजे तक नहीं पहुंच पाए.विधानसभा चुनाव में भी राजद के वोट बैंक और सामाजिक आधार की गणना करते हुए कई नेता लालटेन थामने के लिए बेकरार हो रहे हैं.जदयू, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा और रालोसपा समेत कई दरवाजे से होते हुए वृषिण पटेल ने भी समाजवाद का वास्ता देकर आखिर में राजद में दस्तक दी है. वह वैशाली क्षेत्र से राजद के टिकट के लिए टकटकी लगाए हुए हैं.

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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पूर्व मंत्री रमई राम और पूर्व स्पीकर उदय नारायण चौधरी सरीखे पुराने कद-पद वाले कई नेताओं ने तो लोकसभा चुनाव के दौरान ही लालू प्रसाद से उम्मीदें पाल रखी थीं.दोनों पहले ही जदयू छोड़कर राजद की शरण में आ चुके हैं. पार्टी की गतिविधियों में लगातार सक्रिय भी हैं. रमई राम को बोचहां क्षेत्र से लालू का आशीर्वाद चाहिए तो उदय नारायण चौधरी को कहीं से भी.

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