चंडीगढ़: कोरोना महामारी ने पुरे देश में भारी आतंक मचा रखा है वही कोरोना वायरस की गति को रोकने के लिए देश के कई प्रदेशों में लॉकडाउन तथा नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है तो कुछ प्रदेशों ने और कड़े प्रतिबंध लगा दिए है। वहीं दिल्ली- मुंबई, झारखंड तथा हरियाणा के पश्चात् अब पंजाब में भी लॉकडाउन लगा दिया गया है। प्रदेश में 15 मई तक मिनी लॉकडाउन रहेगा। इस के चलते प्रदेश में केवल जरूरी दुकानें ही खुली रहेंगी। गैरजरूरी दुकानें प्रदेश में पूर्णरूप से बंद रहेंगी। लॉकडाउन को देखते हुए आम आदमी पार्टी (आप) ने सोमवार को सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह से प्रदेश के लोगों की घरेलू आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए व्यवस्था करने की अपील की। AAP की राज्य इकाई के अध्यक्ष भगवंत मान ने एक बयान में कहा कि पार्टी पंजाब सरकार को हर संभव मदद देगी। उन्होंने कहा, “कोरोना महामारी के प्रभाव के मद्देनजर, राज्य सरकार प्रदेश में पूर्ण रूप से लॉकडाउन की तैयारी कर रही है, किन्तु प्रश्न यह है कि क्या इसने लॉकडाउन के चलते लोगों के सामने आने वाली परेशानियों का हल निकाला है।” उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के चलते लोगों के कारोबार बंद हो जाएंगे तथा कारखानों और कंपनियों के कर्मियों के साथ-साथ निर्माण श्रमिकों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा। जिससे जरूरतमंदों तथा निर्धनों को अपने परिवार का पालन-पोषण करना कठिन हो जाएगा।” मजदूरों तथा निर्धनों के लिए वित्तीय सहायता की मांग करते हुए, मान ने कहा कि जिस प्रकार दिल्ली में अरविंद केजरीवाल सरकार ने निर्धन मजदूरों, टैक्सी तथा ऑटो चालकों को 5,000 की वित्तीय मदद दी है, पंजाब सरकार को भी ऐसा करना चाहिए। आखिर क्यों मनाया जाता है इंटरनेशनल फायर फाइटर डे? प्रेस स्वतंत्रता दिवस: म्यांमार के लिए राजनयिक मिशनों को मीडिया की स्वतंत्रता है जरुरी आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन ने तिरुपति लोकसभा विजेता उम्मीदवार को दी बधाई