इंदौर/ब्यूरो। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने मध्यप्रदेश सरकार से माँग की है की प्रदेश में उच्च शिक्षण संस्थाओं, महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय में सरकार को प्रत्यक्ष प्रणाली से छात्रसंघ चुनाव करवाए, इसके अलावा अभाविप ने कहा की छात्रसंघ चुनाव से वास्तविक रूप से बेहतर नेतृत्व क्षमता रखने वाला दूरदर्शी नेतृत्व लोकतांत्रिक पटल पर उभरकर सामने आता है। युवा विद्यार्थियों के मन में लोकतांत्रिक मूल्यों और आदर्शों को सीखने-समझने की व्यवहारिक दृष्टि विकसित होती है। कोरोना त्रासदी से अब देश और प्रदेश उबर चुका है। प्रवेश प्रक्रिया भी अपने अंतिम चरण में पूर्णता की ओर है, प्रदेश के उच्च शिक्षा परिसरों में भी नियमित शैक्षणिक कार्य प्रारंभ हो रहा है। ऐसे में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मध्यप्रदेश सरकार से यह माँग करता है कि प्रदेश में उच्च शिक्षण संस्थाओं, महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय में सरकार को प्रत्यक्ष प्रणाली से छात्रसंघ चुनाव कराना चाहिए। अभाविप के मालवा प्रांत मंत्री घनश्याम सिंह चौहान ने बताया कि मध्यप्रदेश सरकार ने प्रदेश में एक लम्बे कालखण्ड से छात्रसंघ चुनाव सम्पन्न नहीं कराये हैं, वर्ष 2017 में भी अभाविप की मांग पर छात्रसंघ चुनाव प्रदेश में सम्पन्न हुए थे जिसमें विद्यार्थी परिषद ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए अपनी नेतृत्व क्षमता के सामर्थ्य को सिद्ध करते हुए प्रदेश के 95% शासकीय व अशासकीय महाविद्यालय विश्वविद्यालय में प्रचंड जीत दर्ज की थी। अभाविप की सरकार से माँग है कि जल्द से जल्द प्रदेश में प्रत्यक्ष प्रणाली से छात्रसंघ चुनाव आयोजित किये जाएँ। किम की इस बहन के घर नन्हे मेहमान ने लिया जन्म सरकार ने किया बड़ा ऐलान, अब सड़कों पर दिखे जानवर तो लगेगा भारी जुर्माना MP में लंपी वायरस की दहशत, जानिए इसके लक्षण और बचाव