नई दिल्ली : आप के नेता और देश के जाने माने शायर कुमार विश्वास ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर अपना बयान दिया. अपना पक्ष रखते हुए विश्वास भावुक हो गए और अमानतुल्ला को पार्टी ने निष्कासित ना किये जाने पर उन्होंने कहा की यह तो सिर्फ एक मुखोटा हैं. इनके कंधे पर रख कर बन्दूक तो कोई और चला रहा है. अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को लेकर विश्वास ने कहा की यदि यही बात केजरीवाल या मनीष सिसोदिया के खिलाफ कही गयी होती तो अब तक अमानतुल्ला खान को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया होता. अपने ऊपर लगे आरोपों को लेकर विश्वास ने कहा की देश की बात है और देश के जवानो की बात है तो में कतई माफ़ी नहीं मांगूगा. आगे कुमार ने कहा की वह आज शाम तक अपना फैसला दे देंगे. दरअसल मामला यह है कि कश्मीर में जवानो से हुई मारपीट को लेकर कुमार ने एक वीडियो शेयर किया और पार्टी की लगातार 6 बार की हार को लेकर सवाल उठाये थे. इसको लेकर अमानतुल्ला खान ने कुमार विश्वास को भाजपा का एजेंट बताया था. इस पर आज कुमार विश्वास ने मीडिया से रूबरु होते हुए अपना पक्ष रखा. कुमार विश्वास ने कहा - "आज से 6-7 साल पहले इसी घर में जहाँ आज आप है, इसी घर में हम तीन मित्रों ने अरविन्द ने मैंने और मनीष ने एक भ्रष्टाचारी आंदोलन के बारे में सपना देखा था जिसे हम रामलीला मैदान तक ले कर गए. अभी तीन चार दिन पहले एक चुनाव से पहले आये हुए लोजपा से आये हुए एक विधायक ने मेरे बारे में कहा की में बीजेपी का एजेंट हूँ. मुझे लगा की अगर उसने यही बात मेरे मित्र अरविन्द या मनीष के बारे में कही होती तो उसे 10 मिनिट में पार्टी से निकाल दिया जाता. इस बीच संजय, मनीष और अरविन्द से मेरी बात हुई मुझे लगा की ये पार्टी से निकाल दिया जायेगा. कोई अगर ऐसी बात अरविन्द के बारे में बोल दे तो हम सहन नहीं करेंगे. मनीष के बारे में बोल दे तो पूरी पार्टी सहन नहीं करेगी. पर कल जब उसने दुबारा बोला तब मुझे लगा कि ये रामविलास पासवान जी की पार्टी में से आया हुआ पहली बार का विधायक नहीं बोल रहा. ये सिर्फ मुखौटा है, इसके पीछे से कोई और बोल रहा है". आगे विश्वास ने कहा कि - "तब मुझे याद आया कि लगातार 6 हार के बाद इस पवित्र आंदोलन के पेड़ में जो घुन लगी थी जिसके टिकिट वितरण कि वजह से, जिसके बयान दिलवाने कि वजह से जो सवाल मेने उठाये थे अपने इंटरव्यू में उनकी वजह से हमारी पार्टी हारी. हमारे कार्यकर्त्ता का मनोबल क्षीण हुआ, हमारा कार्यकर्त्ता उपेक्षित हुआ, मुझे लगा कि मैंने सही जगह हाँथ रख दिया है, अब सही जगह बात आ गयी है." विश्वास ने आगे बोला कि "कहा जा रहा है कि मेरे एक वीडियो से भी नाराज़गी है. वी द नेशन वो मेरा वीडियो जो मेने कश्मीर में हमारे जवानो से हुई ज्यादती पर दिया था, वो कुमार विश्वास की आवाज नहीं थी, वो देश के हर नागरिक की आवाज़ थी. और मैं दो बातें साफ़ कर देना चाहता हूँ कि अगर देश कि आवाज, राष्ट्र कि आवाज आगे लाने के लिए, मुझसे पार्टी, संगठन, कोई सरकार, कोई व्यवस्था नाराज़ होगी तो मैं आवाज़ बंद नहीं करूँगा, मैं लगातार बोलूंगा. कश्मीर की बात होगी, सैनिक की बात होगी, शहीद की बात होगी तो मैं बोलूंगा." "मैं 10 बार कह चुका हूँ और आज आपके माध्यम से यह बात कह रहा हूँ कि, मुझे न चीफ मिनिस्टर बनना है, न डिप्टी चीफ मिनिस्टर बनना है, न पार्टी अध्यक्ष बनना है, न कोई पोलिटिकल पार्टी ज्वाइन करनी है, न स्वराज आंदोलन ज्वाइन करना है. मुझे नहीं पता कि आप क्या कर रहे हैं लेकिन मैं यहाँ इस काम के लिए नहीं आया था. मैं एक दिन में फैसला ले लगा और अगर मसला देश का होगा तो बोलूंगा, सेना का होगा तो बोलूंगा. और ये भी कहना चाहूँगा कि ये नीचे जो भी साजिशे कर रहें हैं, ये पैंतरे मेरे खिलाफ, मैं इस खेल का हिस्सा नहीं हूँ. मैं आज रात फैसला ले लूंगा लेकिन 'वी द नेशन' के लिए अपने वीडियो के लिए किसी से माफ़ी नहीं मांगूंगा, सैनिक के सम्मान के लिए, राष्ट्र के सम्मान के लिए मैं किसी से माफ़ी नहीं मांगूगा." अमानतुल्ला खान ने पीएसी से दिया इस्तीफा, विश्वास को फिर बताया भाजपा-आरएसएस का एजेंट आप में शुरू हुआ अंर्तकलह का दौर, डाॅ. विश्वास पर पार्टी तोड़ने का आरोप केजरीवाल ने कहा : कुमार विश्वास मेरा छोटा भाई, दोनों को कोई अलग नहीं कर सकता