भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा का चला जादू, दिल्‍ली चुनाव में इस पार्टी का मिला समर्थन

पूर्व में पंजाब राज्य में शासन कर चुकी शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने आज शाम भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच दिल्‍ली विधानसभा चुनाव को लेकर बातचीत हुई. सुखबीर बादल ने दिल्‍ली विधानसभा चुनाव में भाजपा को समर्थन देने की बात कही. उन्‍होंने कहा कि कुछ गलतफहमियां हो गई थीं और अब वे दूर हो चुकी हैं. दिल्‍ली विधानसभा में भाजपा और शिअद का गठबंधन टूटने के बाद सुखबीर और नड्डा की इस मुलाकात को महत्‍वपूर्ण माना जा रहा था.

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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि पत्रकारों से बातचीत मेें सुखबीर बादल ने दिल्ली विधासभा चुनाव 2020 में भाजपा को समर्थन देने की घोषणा की. इसके बाद जेपी नड्डा ने समर्थन देने के लिए शिरोमणि अकाली दल और सुखबीर बादल का धन्‍यवाद किया. नड्डा ने कहा कि भाजपा और शिरोमणि अकाली दल का गठबंधन सबसे पुराना व बेहद मजबूत है।पत्रकारों से बातचीत में सुखबीर बादल ने कहा कि दिल्‍ली विधानसभा चुनावमें हमने कभी गठबंधन नहीं तोड़ा. शिअद ने सिर्फ अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया. सुखबीर ने सीएए के मुद्दे पर सफाई देते हुए कहा कि शिअद शुरू से ही सीएए का समर्थन कर रहा है. शिअद सिर्फ पाकिस्‍तान और अफगानिस्तान में उत्पीड़न के शिकार सिखों को नागरिकता देने की मांग कर रहा है. इस मुद्दे पर हम रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भी मिल चुके हैं.

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इसके अलावा सुखबीर बादल ने कहा कि भाजपा और शिअद का गठबंधन सिर्फ राजनीतिक गठजोड़ नहीं है बल्कि की यह भावनाओं और दिलों का मेल है. भाजपा-शिअद गठबंधन पंजाब की शांति, बेहतर भविष्‍य और उसके हितों के लिए भावनाओं का बंधन है. उन्‍होंने कहा कि कुछ गलतफहमियां थीं, लेकिन अब वे दूर हो गई हैं. बता दें कि दिल्‍ली विधानसभा चुनाव में भाजपा और शिअद का गठबंधन टूट गया था. इसके बाद शिअद ने यह चुनाव अकेले लड़ने की बात कही थी.गठबंधन टूटने के बाद पंजाब में भी शिअद नेताओं की नाराजगी सामने आई थी और कुछ नेताओं ने केंद्र सरकार से हटने की बात भी कह डाली थी.इसके बाद सुखबीर बादल ने कहा था कि पंजाब में दोनों दल मिलकर 2022 में हाेनेवाला पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ेंगे.

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