नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल यानी 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा स्टेच्यू आॅफ यूनिटी का अनावरण करेंगे। 31 अक्टूबर 2018 को सरदार पटेल की 143वीं जयंती है और इस अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी भारत की एकता की प्रतीक इस प्रतिमा को देश को समर्पित करेंगे। प्रतिमा को लेकर लगातार राजनीति जारी है और अब उद्धाटन से ठीक पहले 22 गांव के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुला पत्र लिखकर, कार्यक्रम का बहिष्कार करने को कहा है। जानकारी के अनुसार, जिन गांव के लोगों ने स्टेच्यू आॅफ यूनिटी के अनावरण कार्यक्रम के बहिष्कार को लेकर पत्र लिखा है, वे सभी गांव सरदार सरोवर बांध के आसपास बसे हैं। इन 22 गांवों के प्रमुखों ने जो पत्र सरदार पटेल को लिखा है, उसमें उन्होंने लिखा है कि हम आपका स्वागत नहीं करेंगे। इन गांव वालों का आरोप है कि स्टेच्यू आॅफ यूनिटी बनाने से पूरे इलाके के प्राकृतिक संसाधनों को नुकसान पहुंचा है। क्या लिखा है पत्र में 22 गांवों के प्रमुखों ने अपने पत्र में लिखा है कि इस क्षेत्र में मौजूद जंगल, झरने, नदियां, कृषि पीढ़ियों से हमारी मदद कर रही है। यह हमारी अजीविका के साधन है, लेकिन स्टेच्यू आॅफ यूनिटी बनने से यह सब बर्बाद हो गया है। उन्होंने पत्र में लिखा कि हमारा सब कुछ तबाह हो गया और यहां समारेाह मनाया जा रहा है। गांव वालों ने पीएम मोदी को लिखे खुले पत्र में कहा कि यह बिल्कुल वैसा ही है, जैसे किसी रिश्तेदार की मौत पर खुशी मनाई जा रही हो। हम कुछ ऐसा ही महसूस कर रहे हैं। इन्होंने पत्र में आगे लिखा कि हम सभी 31 अक्टूबर को आपका स्वागत नहीं करेंगे। गांव वालों ने पत्र में यह भी लिखा कि अगर आज सरदार पटेल होते, तो वह प्राकृतिक संपत्ति की बर्बादी देखकर रो उठते। खबरें और भी स्टेच्यू आॅफ यूनिटी : कैसे बनी दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा? कल देश को मिलेगी स्टेच्यू आॅफ यूनिटी