इलाहाबाद : 25 वर्ष से इलाहबाद जंक्शन पर खड़े भाप इंजन को रेलवे ने संजीवनी प्रदान कर दी है। नई पीढ़ी के युवा और कुंभ के दौरान प्रयागराज आने वाले श्रद्धालु रेलवे के अतीत से परिचित हो इसके लिए इस इंजन को रेलवे ने एक बार फिर से चालू किया है। इसे चालू करने के बाद शुक्रवार को जहां एक और भाप इंजन की सीटी यात्रियों को सुनाई दी तो वहीं एक ही स्थान पर इसके पहिये भी चलते दिखाई दिए। इसकी छुक-छुक की आवाज ने जंक्शन आने वाले हर एक यात्री को अपनी ओर आकर्षित भी किया। इस दौरान तमाम यात्रियों ने इस पुराने इंजन के साथ सेल्फी भी ली। आपको बता दे की रंगाई पुताई के बाद मंडल के इंजीनियरों की निगरानी में इसका मरम्मत का कार्य किया गया। वही इसे इंजन को स्टार्ट करने के लिए इसमें एक खास मोटर भी लगाई गई। शुक्रवार को रेलवे अफसरों की मौजूदगी में इंजन स्टार्ट किया गया। इस दौरान इंजन से पूर्व की भांति धुआं भी निकला। जानकारी के लिए बता दे की यहां इंजन के आगे एक सिगनल भी लगाया गया है। डीआरएम ने बताया कि भाप इंजन 1953 में डब्लू बी वैगनाल लिमिटेड द्वारा बनाया गया था। नैरोगेज का इंजन पश्चिम रेलवे के गोधरा में चलता था। तब 1.61 लाख रुपये कंपनी से रेलवे ने खरीदा था इंजन वही इस इंजन में कुल 16 पहिये है। इंजन की कुल लंबाई है 42 फीट। जापान से वडोदरा पहुंचे 20 स्लीपर स्लैब ट्रैक, बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट ने पकड़ी रफ्तार यंहा रेल यात्रियों को करना पड़ सकता है समस्या का सामना दिल्ली: ट्रेन रद्द होने पर यात्रियों ने मचाया बवाल