इन दिनों स्‍टमक वैक्‍यूमिंग (Stomach Vacuuming) खूब चलन में है. इसके साथ ही फ्लैट टमी पाने को इच्‍छुक महिलाएं इसे आजमा रही हैं. यानि अपने फ्लैट टमी के लिए वो कई तरह की चीज़ें अपना सकती है और उसी में से एक तरीका है स्‍टमक वैक्‍यूमिंग. तो अगर आपको भी नहीं पता इसके बारे में तो आपको बता देते हैं इससे कैसे फ्लैट टमी पाई जा सकती है. क्‍या है स्‍टमक वैक्‍यूमिंग स्‍टमक वैक्‍यूमिंग यानी पेट की वैक्‍यूमिंग एक खास तरह का व्‍यायाम है. यह अन्‍य व्‍यायाम की तुलना में थोड़ा कठिन वर्कआउट है. इसमें हवा अंदर खींचने और छोड़ने की प्रक्रिया का इस्‍तेमाल कर पेट की चर्बी घटाई जाती है. स्‍टमक वैक्‍यूमिंग की प्रक्रिया इस व्‍यायाम को करने के लिए आपको ज्यादा से ज्यादा हवा अंदर लेने की जरूरत होती है और फिर जितना हो सके अपने पेट को चूसते हुए सांस छोड़ें. अपनी सारी हवा उड़ाने के बाद, आप कम से कम 20 सेकंड के लिए इसी स्थिति में रहें. फि‍र दोबारा इसी प्रक्रिया को दोहराएं. कम से कम पांच से सात के सेट में ऐसा करें. इसके अलावा पेट के वैक्यूम व्यायाम के पीछे की अवधारणा यह गहरी पेट की मांसपेशियों को लक्षित करती है, जिसे लोअर एब्डोमिनल कहा जाता है. ये मांसपेशियां कमर की मांसपेशियों तक फैली होती हैं. जिन पर जिद्दी चर्बी जमा हो जाती है. इस व्‍यायाम के द्वारा आप इन फैली हुई मांसपेशियों को संकुचित कर जिद्दी चर्बी को गलाने का काम करते हैं. जिससे पेट टाइट हो जाता है. हाई बीपी के पेशेंट न करें स्‍टमक वैक्यूमिंग यानी पेट की वैक्यूमिंग हर किसी के लिए सबसे अच्छा व्यायाम नहीं है. सभी आइसोमेट्रिक अभ्यासों की तरह, पेट की वैक्यूमिंग कुछ लोगों के लिए खतरनाक हो सकती है क्योंकि यह अन्य पारंपरिक अभ्यासों की तुलना में रक्तचाप को बढ़ाता है. VIDEO : न्यूयॉर्क के सैलून में पहुंचे ऋषि कपूर, शख्स ने पहचाना तो किया ऐसा काम पूर्व सीएम बाबूलाल गौर की हालत नाजुक, शरीर ने बंद की हरकत, अस्पताल पहुंचे शिवराज सिंह चौहान