कोरोना वायरस महामारी से ब्रेक के कारण लंबे समय बाद अभ्यास पर लौटे स्पेन के खिलाड़ियों के लिए यह अनुभव खुशनुमा नहीं रहा और उन्हें लोगों की हूटिंग और तानों का सामना करना पड़ा. दो महीने तक क्वारंटाइन में रहने के बाद स्पेन में इस हफ्ते शीर्ष खिलाड़ियों को ट्रेनिंग दोबारा शुरू करने की इजाजत दी गई लेकिन कथित तौर पर इनमें से कुछ को स्थानीय नागरिकों के उत्पीड़न का सामना करना पड़ा जिन्होंने सोचा कि वे लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं. स्पेन में लॉकडाउन में दी गई है छूट: सरकार ने कोरोना वायरस महामारी के कारण लागू किए गए लॉकडाउन के नियमों में कुछ छूट दी है लेकिन अधिकांश जनसंख्या के अब भी एक्सरसाइज के लिए जिम आदि में जाने पर रोक है. आयु वर्ग के हिसाब से हालांकि लोगों को निश्चित समय पर बाहर जाने की छूट दी गई है. पेशेवर और शीर्ष खिलाड़ियों को हालांकि इससे छूट दी गई है और वे कभी भी कसरत आदि कर सकते हैं. लोग हालांकि बाकी लोगों के लिए स्वीकृत समय के अलावा उन्हें बाहर सड़कों पर देखकर खुश नहीं थे. ऐसा हालांकि संभवत: इसलिए था कि उन्हें नियम नहीं पता थे या लोगों ने खिलाड़ियों को नहीं पहचाना. लोगों ने खिलाड़ियों को मारे ताने: स्पेन की धाविका क्रिस्टीना लारा ने ट्विटर पर लिखा, 'मुझे कभी लोगों ने इतने खराब तरीके से नहीं देखा और मैंने कभी इतनी नकारात्मक टिप्पणियां नहीं सुनी.' उन्होंने कहा, 'उन्होंने मेरे कुछ साथियों को ताने भी मारे. ऐसा लग रहा था कि हमें अपनी पहचान बताने वाले संकेतों के साथ बाहर जाना होगा. क्रिस्टीना ने कहा कि वह सुबह लगभग साढ़े दस बजे बाहर निकली थी जो समय बूढ़े लोगों के लिए आरक्षित है. बच्चे दोपहर 12 बजे से शाम सात बजे तक माता-पिता के साथ बाहर जा सकते हैं. बाकी लोग सुबह छह से दस बजे या रात आठ से 11 बजे तक बाहर निकल सकते हैं. लोगों को हालांकि हमेशा अपने घर के एक किलोमीटर के दायरे में ही रहना होगा. WHO का बड़ा बयान, कहा- पहले कोरोना मामलों को लेकर करें जांच ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल करने को लेकर इस खिलाड़ी ने कही यह बात इस बॉलीवुड स्टार की क्रिकेट टीम करना चाहती है 'द हंड्रेड' टूर्नामेंट में निवेश