विधान परिषद गठन का प्रस्ताव लोकसभा में भेजने कि तैयारी कि जा रही है. विधान परिषद गठन को लेकर ऐसी तैयारी की जा रही है कि इस प्रस्ताव को मानूसन सत्र में विधानसभा में मंजूरी मिल सकती है. वहीं इस प्रस्ताव को लेकर विपक्ष की और से ये सवाल किया जा रहा है कि चुनाव से ठीक एक साल पहले प्रदेश सरकार ने विधान परिषद के गठन की आवश्यकता को क्यों महसूस किया. अगर विधानसभा में मानसून सत्र में ये प्रस्ताव पारित होता है तो इसे लोकसभा में भेज दिया जाएगा. गौरतलब है कि इस प्रस्ताव का एप्रूवल तो मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने 2015 में ही दे दिया था. लेकिन इसके बाद भी ये प्रस्ताव तब पारित नहीं हो सका था. बीजू जनता दल द्वार इस प्रस्ताव को चुनाव से पहले पर इसे राजनीतिक संकेत के रूप में देखा जा रहा रहा है. परिवहन मंत्री का कहना ही कि अध्ययन दल ने महाराष्ट्र और कर्नाटक का दौरा भी पहले इसी प्रयोजन से किया था. विधानसभा के कुल सदस्यों की संख्या के 33 प्रतिशत सदस्य विधान परिषद में कम से कम होने चाहिए. ओडिशा में 147 विधानसभा सदस्य हैं. इस प्रकार ओडिशा में विधान परिषद गठित होने की स्थिति 49 सदस्य होंगे. किसी भी विधान परिषद में कम से कम सदस्य संख्या 40 होनी चाहिए. 12वीं के कला और वाणिज्य संकाय के परीक्षा परिणाम घोषित मानसून ने ओडिशा में दी दस्तक, भारी बारिश की संभावना बड़ंबा में आयोजित मिश्रण समारोह में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया